अपने पीछे विवाद छोड़ गई याकूब की फांसी
अपने पीछे विवाद छोड़ गई याकूब की फांसी
Share:

नई दिल्ली : वर्ष 1993 में हुए मुंबई बम धमाके के दोषी करार दिए गए याकूब मेमन को अंततः फांसी पर चढ़ा दिया गया। मगर इसी के साथ यह फैसला अपने पीछे नए सवाल छोड़ गया। दरअसल इस मामले में अब विरोध और फांसी को गलत बताने वालों के बीच वाक् युद्ध सा छिड़ने लगा है। इस मामले में जहां एमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने फांसी पर अफसोस व्यक्त किया हैं। वहीं उत्तरप्रदेश राज्य सरकार के मंत्री आजम खान ने औवेसी का विरोध कर कहा है कि इस मामले में फैसले का विरोध करने वाले देश को बांटना चाहते हैं। 

मिली जानकारी के अनुसार इस पूरे मसले को आगामी समय में होने वाले उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है। मामले में यह बात सामने आई है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर इस मामले को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। औवेसी की पार्टी उप्र में वोट बैंक साधना चाहती है। तो दूसरी ओर मंत्री आजम खान ने कहा है कि यह देश के एक गंभीर मसले से जुड़ा मामला है जिसमें इस तरह के बयान दिए जाना सही नहीं है। इससे समाज बंट सकता है। 

मामले में औवेसी ने यह कहकर बात छेड़ दी कि इस मसले पर इंसाफ नहीं हुआ। मुंबई दंगों में जो लोग मारे गए उनके दोषियों को सज़ा मिलना चाहिए मगर बाबू बजरंगी माया कोडनानी कर्नल पुरोहित और साध्वी प्रज्ञा को भी फांसी होना चाहिए। यदि फांसी ही इंसाफ का पैमाना है तो इन्हें भी फांसी दी जाना चाहिए। यही नहीं उन्होंने बाबरी मस्जिद का ढांचा ढहाने वालों को भी फांसी देने की मांग की।

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -