FD और शेयर मार्केट से ज्यादा अच्छा विकल्प है रिकरिंग डिपॉजिट
FD और शेयर मार्केट से ज्यादा अच्छा विकल्प है रिकरिंग डिपॉजिट
Share:

शेयर मार्केट लगातार उतार-चढ़ाव से घिरा रहता है इसी वजह से ज्यादातर लोग इसमें अपने निवेश से कतराते हैं, ऐसे में उनके पास एक विकल्प होता है फिक्स्ड डिपॉजिट का. लेकिन इसमें भी एक लम्बी अवधि के लिए आपको अपने पैसे जमा करने पड़ते हैं. अगर आप भी इसी दुविधा में हैं के आप कहां निवेश करें जो सुरक्षित होने के साथ-साथ फायदेमंद भी हो तो हम आपकी इसी परेशानी का हल आपको बताने जा रहे हैं.

अगर आपको ऊपर के दोनों विकल्प पसंद नहीं हैं और आप एक सुरक्षित निवेश चाहते हैं तो आप ऐसे में रिकरिंग डिपॉजिट खोल सकते हैं. जी हाँ इसमें आपको हर महीने न्यूनतम महज़ 500 रूपये जमा करने होते है और साथ ही इसमें आपको फिक्स्ड डिपॉजिट के जितना यानि 7.50% तक ब्याज भी मिलता है.

आखिर क्या है रिकरिंग डिपॉजिट?

यक़ीनन आप यही सोच रहे हैं कि आखिर ये रिकरिंग डिपॉजिट किस बला का नाम है तो, आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है. यह एक तरह का फिक्स्ड डिपॉजिट ही है. इसमें आपको हर महीने तय राशि जमा करनी होती है और इसे आप 1 से लेकर 10 साल तक के लिए खोल सकते हैं.

फायदे :

अब यह तो पता चल गया कि रिकरिंग डिपॉजिट है क्या लेकिन इसके फायदे क्या हैं? तो इस सवाल का जवाब हम आपको बताते हैं. तो इसमें आपको आपकी राशि जमा करने पर FD के बराबर ही ब्याज मिलता है. और इतना ही नहीं इसके अलावा आपको कई बैंक इस डिपॉजिट को देखते हुए लोन ऑफर करते हैं. अगर आपको शेयर बाज़ार में अपना पैसा नहीं फ़साना है और न ही फिक्स्ड डिपॉजिट में टाइम लगाना है तो आप इस विकल्प का चुनाव कर सकते हैं. सभी बैंकों में लगभग यह सुविधा उपलब्ध है.

रिकरिंग के लिए बैंक का चुनाव:

अगर आप रिकरिंग की तरफ रुख करना चाह रहे हैं तो सबसे पहले आपको उपर्युक्त बैंक का चुनाव करना होगा. मतलब आपको सबसे पहले यह देखना होगा के कौन सा बैंक कितना ब्याज दे रहा है उसके अनुसार ही रिकरिंग डिपॉजिट करें.

ध्यान देने योग्य बात:

आप रिकरिंग डिपॉजिट करने जा रहे हैं तो एक बात का आपको ख्याल रखना होगा कि यह ब्याज कमाने का सरल और आसान तरीका है और आपकी राशि की बचत भी हो रही है, लेकिन तय समयावधि के पहले कभी भी इसे न तुड़वाएं नहीं तो आपको फायदे की जगह नुकसान उठाना पड़ सकता है. ऐसे में आपको ब्याज मिलने की जगह पेनल्टी भरनी पड़ सकती है.

सहयोगी बैंकों के चेकों पर एसबीआई की राहत

5800 फर्जी कंपनियां जांच के घेरे में आई

बैंकों का तोहफा, लोन हुआ सस्ता

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -