नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत से इस्तीफे की मांग की है। भाजपा ने एक एनजीओ के स्टिंग को जारी कर दावा किया है कि इसमें रावत के निजी सचिव मो. शाहिद एक शराब कारोबारी से पैसे के लेनदेन की बात कर रहे हैं और पैसा ले भी रहे हैं। इस तरह से भाजपा ने हरीश रावत पर जबरदस्त हमला बोलते हुए उनका इस्तीफा मांगा है। भारतीय जनता पार्टी की नेता निर्मला सीतारमण ने कहा कि विजय बहुगुणा को हटाकर हरीश रावत को उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाया गया ताकि त्रासदी से जूझ रहे राज्य को पटरी पर लाया जा सके। लेकिन इसके उलट मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने खास पीएस शाहिद के साथ आए व हरीश रावत ने अपने फायदे के मद्देनजर पीएस शाहिद और बिजनेसमैन के साथ मिलकर राज्य की आबकारी नीति ही बदल डाली।
नई आबकारी नीति से राज्य को भारी नुकसान हुआ है। तथा इसके लिए मुख्यमंत्री हरीश रावत को तुरंत ही अपने पद से इस्तीफा दें देना चाहिए। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा की यह भाजपा का सियासी स्टंट है तथा में इन सभी आरोपों को सिरे से नकारता हूँ. हरीश रावत ने तंज कसते हुए कहा की भाजपा किसी भी स्तर तक जा सकती है. आगे रावत ने कहा की मैने जो आबकारी नीति बनाई है वो बिल्कुल पारदर्शी है. व इसमें किसी भी प्रकार की कोई धांधली नही है चाहे तो बीजेपी इस पर एफआईआर दर्ज करा सकती है।