मध्य प्रदेश / भोपाल : नेपाल और बिहार में आए विनाशकारी भूकंप के बाद पीड़ितों की आर्थिक मदद करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की अपील के बाद पैसा जुटाने के लिए महाअभियान शुरू हो गया है। अभियान के शुरू होने से पहले सोमवारा में एक श्रद्धांजलि सभा अायोजित की गई। इस सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे। ठीक 11 बजे 1 मिनट का मौन रखा गया, जिसमें सभी धर्मों के नेता उपस्थित रहे। समारोह में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह सिंह चौहान ने कहा कि सीमाओं की सरहद हमने बनाई है, नहीं तो हम सब एक हैं।
नेपाल में जो भूकंप आया है, उसके प्रति हम भी संवेदना व्यक्त करते हैं। इस दुखभरी घड़ी में मप्र की 7.50 करोड़ जनता उनके साथ है। इसके साथ हम पन्ना हादसे में मारे गए लोगों की प्रति भी संवेदना व्यक्त करते हैं। श्रद्धांजलि सभा में आए लोगों को पहले ही आगाह कर दिया गया था कि कार्यक्रम में ताली नहीं बजाना है। वहीं कुछ लोग प्रचार के लिए बैनर लेकर आए थे, उन्हें महापौर आलोक शर्मा ने बैनर दिखाने से मना कर दिया है। भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए 4 साल के प्रतीक सोनी ने अपनी गुल्लक की पूरी राशि दान कर दी।
गुल्लक को जब फोड़ा गया, तो उसमें से 507 रुपए निकले, जो दान-पेटी में डाल दिए गए। मुख्यमंत्री ने स्वयं प्रतीक के हाथ से गुल्लक ली और कहा कि जब तक इस तरह की भावना लोगों के मन में हैं, हमारा कोई भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता। इस अवसर पर इंदौर के हेमंत अत्रीवाल ने शादी की सालगिरह पर मुख्यमंत्री राहत कोष में 5 लाख 55 हजार 555 रुपए का चेक दिया। 101 वर्ष के मूलचंद ने भूकंप प्रभावितों के लिये 250 रुपये दिये।
इसी तरह सिख समाज की ओर से 51 हजार रुपये, हिन्दू उत्सव समिति की ओर से 51 हजार रुपये, राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से 21 हजार रुपये, मुफ्ती अब्दुल रज्जाक की ओर से एक लाख रूपये, सिंधी पंचायत की ओर से एक लाख रूपये, मध्यप्रदेश राज्य प्रशासनिक सेवा संघ की ओर से एक लाख रूपये, मध्यप्रदेश राजस्व अधिकारी संघ की ओर से एक लाख रूपये, भोपाल चेम्बर ऑफ कामर्स की ओर से एक लाख रूपये, आजाद मार्केट वस्त्र व्यवसायी संघ की ओर से 11 हजार रुपये, मुस्लिम एजूकेशन कॅरियर सोसायटी की ओर से 5 हजार रुपये, षढ़ दर्शन साधु संघ की ओर से 51 हजार रुपये, पार्षद मनोज राठौर की तरफ से एक माह का मानदेय भूकंप प्रभावितों के लिये दिया।
एडीएम विकास मिश्रा ने बताया कि भूकंप पीड़ितों की सहायता के लिए 5 करोड़ रुपए की घोषणा हो चुकी है, लेकिन लिखित में अभी तक सिर्फ इंदौर के हेमंत अत्रीवाल का चेक मिला है। मंगलवार से धन संग्रह करना शुरू कर दिया और यह 15 मई तक चलेगा। अभी धन संग्रह के लिए तीन पेटियां बनाई गई हैं, जो नगरनिगम के वार्ड कार्यालय में रखी जाएंगी। वहां से यह पैसा मुख्यमंत्री राहत कोष में जाएगा। उसके बाद प्रधानमंत्री राहत कोष में। प्रधानमंत्री राहत कोष से पैसा नेपाल में भूकंप पीड़ितों की सहायता के लिए पहुंचेगा।
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