काठमांडू : नेपाल में 25 अप्रैल को आए भूकंप से मची तबाही को लेकर वहां सरकार द्वारा राहत कार्य किए जा रहे हैं। सरकार भूकंप प्रभावितों को मुआवज़ा देने और पुर्नबसाहट में जुटी है तो दूसरी ओर भूकंप में जमींदोज़ हो चुके भवनों की पुर्नबसाहट को लेकर नेपाल भारी खर्च कर रहा है। ऐसे में उसे इस बड़ी त्रासदी से उबरने के लिए धन की जरूरत है। जिसके चले नेपाल अंतरराष्ट्रीय दान सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। इस सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री मोदी को निमंत्रित करने के लिए नेपाल के वितमंत्री राम शरण महंत दिल्ली पहुंचे। नेपाल के वित मंत्री अपने देश में आई प्राकृतिक आपदा को लेकर किए जाने वाले राहत कार्य हेतु धन जुटाने में लगे हैं। ऐसे में वे अपने मित्र राष्ट्र भारत की ओर उम्मीद लगाकर देख रहे हैं।
हाल ही में वे भारत के लिए रवाना हुए। संभावना जताई जा रही है कि वे आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंटकर उन्हें अंतर्राष्ट्रीय दान सम्मेलन का निमंत्रण देंगे। माना जा रहा है कि इस दौरान नेपाल और भारत के बीच बैंक खाता खोले जाने को लेकर भारत में नेपाली उत्पादन किए जाने वाले प्रतिकार शुल्क, नेपाल में भारतीय निवेश और द्विपक्षीय व्यापार विस्तार को लेकर चर्चा की जाएगी। उल्लेखनीय है कि नेपाल द्वारा यह निमंत्रण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीनी प्रधानमंत्री ली केकियांग और संयुक्त राष्ट्र के महसचिव बान की मून को दिया जाएगा। दिल्ली पहुंचने पर नेपाल के वित्तमंत्री रामशरण महत वित्तमंत्री अरूण जेटली से भी भेंट करेंगे।