काठमांडू/ नेपाल: नेपाल में 25 अप्रैल को आए विनाशकारी भूकंप के 128 घंटे बाद एक महिला को ढह गई इमारत के मलबे से जीवित निकाला गया। खबर के मुताबिक, कृष्णा देवी खडका (24) को नेपाल की सेना, पुलिस और इजरायल की राहत टीम ने गोंगाबु गांव के जनसेवा गेस्ट हाउस के मलबे से गुरुवार को सुरक्षित निकाला। खडका ढए गए गेस्ट हाउस के मलबे में दब गई थी।
इसी भूकंप में एक सोनित नाम के बच्चे को भी बचाया गया सोनित लगभग 22 घंटे तक मलबे में धसा रहा। नेपाल की सेना ने 22 घंटे के बाद मलबे से जीवित बचाए में सफल रहे। निकाले गए चार महीने के सोनित अवाल की मां का कहना है कि जितनी देर वह मलबे में दबा रहा उसके रोने और चीखों की आवाज उन्हें सुनाई देती रही। सोनित जिस जगह मलबे में दबा था वहां उसके ऊपर एक मजबूत कपबोर्ड उसके ऊपर था और राहतकर्मी मान रहे हैं कि इस कपबोर्ड के चलते ही सोनित का बाल भी बांका नहीं हुआ।
नेपाल में 25 अप्रैल को रिक्टर पैमाने पर 7.9 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें अब तक 5,000 से अधिक लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है और 12,000 लोग घायल हुए हैं।