यरूशलम : विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने भारत और इजरायल के रिश्तों को मजबूत बनाने की बात कही। यहूदी राष्ट्र को भारतीय अर्थव्यवस्था में दीर्घकालीन भागीदारी के लिए व्यापार के दायरे से बाहर निकलकर देखने की जरूरत है। दरअसल विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भारत और इजरायल के गृह सुरक्षा, नवोन्मेष, शिक्षा और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को विस्तार देने की बात भी कही गई।
सुषमा स्वराज ने द्विपक्षीय संबंधों की भविष्य में प्रगति को लेकर आशावादी रूख व्यक्त करने की बात कही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उल्लेख करते हुए उन्होंने उन्हीं के वचनों को उद्धृत किया। उन्होंने कहा कि भारत और इस्त्रायल के बीच संबंधों की कोई सीमा नहीं है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा कहा गया कि दोनों ही देश एक महत्वपूर्ण साझेदारी की ओर बढ़ रहे हैं। इसलिए इस दिशा में नए दृष्टिकोण के साथ कार्य करने की जरूरत है।
दोनों ही ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्थाओं की क्षमता का पूरी तरह से दोहन कर रहे हैं। विदेशमंत्री के तौर पर उन्होंने कहा कि पश्चिम एशियाई दौरे पर जब सुषमा स्वराज पहुंची तो दिन में इजरायल के शीर्ष नेतृत्व से भेंट की। दोनों देशों के नेताओं के बीच कई मसलों पर बातचीत हुई।