दंतेवाड़ाः छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना यानि पीएमजीएसवाई का काम देखने आए इंजीनियर अरण मरावी, इंजीनियर मोहन बघेल और दुर्ग की गुप्ता कंस्ट्रक्शन कंपनी के मुंशी को अगवा कर लिया। हालांकि बाद में करीब 30 घंटे बाद शनिवार देर शाम समेली गांव के पास नक्सलियों ने उन्हें छोड़ दिया है। उनकी बाइक और मोबाइल भी लौटा दिए। कुआकोंडा ब्लॉक में पालनार-अरनपुर-मुलेर के लिए करीब बीस किलोमीटर लंबी सड़क तैयार की जानी है। नक्सली नहीं चाहते कि यह सड़क बने। वे कई बार इस सड़क को खोद चुके हैं। शुक्रवार को मौके का मुआयना करने के लिए दोनों इंजीनियर मुंशी के साथ वहां पहुंचे थे।
इसी दौरान नक्सलियों ने तीनों को अगवा कर लिया। वे मलांगिर और अरनपुर एरिया के नक्सलियों के कब्जे में थे। एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने तीनों को छोड़ दिए जाने की पुष्टि की है। जानकारी के लिए बता दें कि इसी इलाके में सुकमा के तत्कालीन कलेक्टर एलेक्स पाल मेनन का भी नक्सलियों ने अपहरण कर लिया था। मध्यस्थता के जरिये प्रशासन ने कलेक्टर को मुक्त कराया था। पालनार-अरनपुर- मुलेर सड़क को तैयार किया जाना है। 20 किमी की ये सड़क है। यह सड़क लगभग 6 करोड़ की लागत से तैयार होनी है।
इस सड़क को नक्सली कई बार खोद कर नुकसान पहुंचा चुके हैं। जब भी सड़क को बनाने का प्रयास किया तो प्रशासन को मुंह की खानी पड़ी है। नक्सली क्षेत्र में लगातार सड़क और अन्य अधोसंरचना विकास करते रहे हैं। सड़क निर्मांण के दौरान आगजनी की कई वारदातें इस इलाके में हो चुकी हैं। हालांकि प्रशासन को कई बड़ी सफलताएं भी मिल चुकी है। कई बड़े हार्डकोर नक्सलीयों ने सरेंडर किया है।
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