आप सभी जानते ही हैं कि इस समय चैत्र नवरात्रि चल रही है और आज इस पावन पर्व का आखिरी दिन है. ऐसे में नवरात्र का समापन दुर्गा नवमी के साथ हो जाता है. वहीँ आज नवमी है और इसी दिन कई लोग अपना व्रत खोलते हैं. इस दिन घरों में हवन किये जाते हैं साथ ही कन्याओं को पूजा जाता है. दुर्गा नवमी के दिन सबसे पहले मां सिद्धिदात्री की विधि विधान के साथ पूजा की जाती है. इसी के साथ आप सभी को बता दें कि इस बार चैत्र नवरात्रि के नौवें दिन ही राम नवमी का उत्सव भी मनाया जा रहा है और माना जाता है कि इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं माता सिद्धिदात्री की आरती जिसे आज करने से बड़ा पुण्य मिलता है.
आप सभी को बता दें कि मां दुर्गा के नवें रूप सिद्धिदात्री की आराधना से केतु के दोष दूर होते हैं. इसी के साथ ऐसा करने से अचानक उन्नति, शेयर बाजार में लाभ मन मुताबिक, स्थानांतरण, कार्यक्षेत्र में सफलता, वास्तु दोषों के साथ ही जीवन की हर बाधा से मुक्ति मिलती है. इस दिन माँ के पूजन में चमेली, बेला का पुष्प चढ़ाना चाहिए और नवमी के दिन माता रानी को तिल का भोग लगाने से अनहोनी की आशंका खत्म होती है.
माता सिद्धिदात्री की आरती
जय सिद्धिदात्री तू सिद्धि की दाता
तू भक्तों की रक्षक तू दासों की माता,
तेरा नाम लेते ही मिलती है सिद्धि
तेरे नाम से मन की होती है शुद्धि
कठिन काम सिद्ध कराती हो तुम
हाथ सेवक के सर धरती हो तुम,
तेरी पूजा में न कोई विधि है
तू जगदंबे दाती तू सर्वसिद्धि है
रविवार को तेरा सुमरिन करे जो
तेरी मूर्ति को ही मन में धरे जो,
तू सब काज उसके कराती हो पूरे
कभी काम उस के रहे न अधूरे
तुम्हारी दया और तुम्हारी यह माया
रखे जिसके सर पैर मैया अपनी छाया,
सर्व सिद्धि दाती वो है भाग्यशाली
जो है तेरे दर का ही अम्बे सवाली
हिमाचल है पर्वत जहां वास तेरा
महानंदा मंदिर में है वास तेरा,
मुझे आसरा है तुम्हारा ही माता
वंदना है सवाली तू जिसकी दाता.
आज है नवरात्र का आखिरी दिन, इस तरह करें हवन