नासा की नई खोज, ओसिरिस रेक्स अंतरिक्ष यान बेनू ग्रह से कलेक्ट करेगा सैंपल
नासा की नई खोज, ओसिरिस रेक्स अंतरिक्ष यान बेनू ग्रह से कलेक्ट करेगा सैंपल
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नई दिल्ली: नासा अंतरिक्ष में नई-नई खोजों के लिए कार्य कर रहा है। इसी दिशा में अब वो एक नए छुद्र ग्रह बेनू के करीब पहुंचकर वहां से सैंपल लेने का प्रयास कर रहा है। नासा का यह भी बोलना है कि लगभग 150 वर्ष के दरम्यान ये ग्रह धरती के बेहद करीब आ जाएगा, उस दौरान ये धरती को बड़े पैमाने पर हानि पहुंचा सकता है। खैर ये अभी बहुत लंबे वक़्त की बात है मगर इन चीजों को ध्यान में रखते हुए नासा इसकी कार्रवाई करना चाह रही है।

ऑनलाइन होगा प्रसारण: नासा की वेबसाइट पर लिखा है कि GMT के मुताबिक 21 बजे अंतरिक्ष टेस्ट यान के बेनू ग्रह के नजदीक पहुंचने का ऑनलाइन प्रसारण करने वाले है। यह अंतरिक्षयान 3 साल के उपरांत सितंबर 2023 में धरती पर वापस लौटने वाले है। इस परियोजना पर 1 अरब डॉलर का खर्च आया है और नासा को उम्मीद है कि उसके लाए सैंपल से 4.5 अरब वर्ष पुराने सौरमंडल की उत्पत्ति के राज खुलेंगे। छुद्र ग्रहों को सौरमंडल की उत्पत्ति के दौरान पैदा हुआ माना जाता है।

ओसिरिस अंतरिक्ष यान पहुंच रहा बेनू के करीब: नासा ने एक टेस्ट अंतरिक्ष यान ओसिरिस रेक्स अंतरिक्ष में भेज दिया है। ये अंतरिक्ष यान आज (मंगलवार) छुद्र ग्रह बेनू के अत्यंत करीब पहुंचने वाले है और वहां अपनी जांच शुरू करने वाले। नासा का कहना है कि बाद में वो रोबोट को भेजने, फिर वो रोबोट वहां से सैंपल को कलेक्ट कर सकते है और उस सैंपल को धरती पर भेजेगा। ओसिरिस रेक्स ओरिदिन, स्पेक्ट्रल इंटरप्रेटेशन, रिसोर्स आइडेंटिफिकेशन और एक्प्लोरर का छोटा रूप है और उसका कार्य बेनू छुद्र ग्रह से सैंपल लाना है। नासा ने बेनू को 500,000 छुद्र ग्रहों में से चुना है और अब वहां अंतरिक्ष यान भेजा जा रहा है।

जापान ने भेजा था हायाबूसा, पहले भी हुई है सैंपल लाने की कोशिश: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने इससे पहले दो बार अंतरिक्ष यान के छुद्र ग्रह तक पहुंचने की प्रयास का सफल टेस्ट किया है। चूंकि टेस्ट यान ओसिरिस रेक्स धरती से 29 करोड़ किलोमीटर दूर है नासा से भेजे जाने वाले सिग्नल को वहां तक पहुंचने में 16 मिनट लग जाते है। ओसिरिस रेक्स पहला अमेरिकी अंतरिक्ष यान है जो किसी छुद्रग्रह को भेजा गया है, 2005 में जापान ने अपना हायाबूसा टेस्ट यान एक छुद्र ग्रह को भेजा था। वह 2010 में वहां की सतह से जमा सैंपल लेकर आया था। जिसके उपरांत और भी यान भेजे गए लेकिन कोई सैंपल लेकर नहीं आया।

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