नई दिल्ली : रियो ओलंपिक में भारत को उस समय बड़ा झटका लगा जब शुक्रवार को खेल पंचाट (CAS) ने भारतीय पहलवान नरसिंह यादव पर 4 साल का प्रतिबंध लगा दिया। इस बैन के बाद नरसिंह का रियो में खेलने का सपना टूट गया। फैसले के बाद नरसिंह खूब रोए और कहा कि इस फैसले ने उन्हें बर्बाद कर दिया।
फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए नरसिंह ने कहा, CAS के इस फैसले से मैं बर्बाद हो गया। पिछले दो महीनों में मैंने बहुत कुछ झेला है। लेकिन देश के गौरव के लिए खेलना मुझे आगे बढ़ा रहा था। ओलंपिक में खेलने और देश के लिए मेडल जीतने का सपना मुझसे मेरे पहले बाउट से 12 घंटे पहले छीन लिया गया। लेकिन मैं अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए सबकुछ करूंगा। मेरी जिंदगी में फिलहाल यही बचा है।
नरसिंह को 74 किलोग्राम वर्ग में शुक्रवार को अपनी पहली कुश्ती लड़नी थी। वही नरसिंह के घरवालो का कहना है कि इसके पीछे साजिश है। फैसले के बाद भारतीय रेसलिंग फेडरेशन (WFI) ने बताया कि नरसिंह बात करने की स्थिति में नहीं थे और लगातार रो रहे थे। नरसिंह की मां भुलना देवी ने कहा, मेरे पास कोई शब्द नहीं हैं। मेरा बेटा साजिश का शिकार हुआ है।
वहीं नरसिंह की बहन ने कहा, मैं पीएम नरेंद्र मोदी जी से अपील करती हूं कि वो हमारा सपोर्ट करें और नरसिंह से यह प्रतिबंध हटवाएं। वो गोल्ड मेडल जरूर जीत जाता। वहीं भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने पहलवान नरसिंह पर लगे 4 साल के प्रतिबंध को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि यह खिलाड़ी का व्यक्तिगत नहीं बल्कि पूरे देश का नुकसान है।