नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान आंदोलन के बारे में शुक्रवार को कहा कि किसान यूनियन के नेताओं से भारत सरकार 10-11 बार वार्ता कर चुकी है, 50 घंटे से अधिक समय तक बातचीत चली है. हमने उनकी परेशानियों को समझने का प्रयास किया है, आज भी केंद्र सरकार पूरा मन रखती है कि जिस प्रावधान पर उन्हें आपत्ति है वे खुले मन से हमें बताएं. तोमर ने ये भी कहा कि हम विचार और निराकरण करने के लिए हमेशा तैयार हैं. जिस दिन भी किसानों की ओर से प्रस्ताव आएगा तो निश्चित रूप से हम वार्ता के लिए स्वागत करेंगे.
केंद्रीय कृषि मंत्री का बयान ऐसे वक़्त में आया है, जब भारतीय किसान किसान (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत लगातार इस बात को दोहरा रहे हैं कि सरकार वार्ता नहीं करेगी. शुक्रवार को भी भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हमें उम्मीद है कि सरकार बात नहीं करेगी. बातचीत नहीं करेगी तो अगला कदम उठाएंगे. ये आंदोलन तब तक चलता रहेगा, जब तक भारत सरकार कानून रद्द नहीं करेगी और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानून नहीं बनाएगी.
गाजीपुर सीमा पर ट्रैक्टरों रैली की रिहर्सल को लेकर टिकैत ने कहा कि रिहर्सल इसलिए हो रही है, क्योंकि 26 तारीख करीब है. किसान 26 तारीख को कभी नहीं भूलेगा. किसान ट्रैक्टरों की रिहर्सल करते रहेंगे. राकेश टिकैत ने तंज कसते हुए कहा कि ट्रैक्टर दिल्ली का रास्ता न भूल जाएं, इसलिए इनकी रिहर्सल करनी पड़ती है. इसके अलावा राकेश टिकैत ने एक ट्वीट करते हुए कहा कि 'मोदी जी अब तो सड़के घर लगने लगी है और दिनचर्या भी उसी तरह से बन गयी है. किसान थकने वाले नहीं हैं. आप किसानों के प्रति नफरत छोड़कर किसानों को उनका हक दो.'
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