उफा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आखिरकार ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भागीदारी करने के लिए रूस पहुंच ही गए। यहां उन्होंने शंघाई संगठन के शिखर सम्मेलन में भी भागीदारी की। इस दौरान उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भेंट की और कहा कि मुंबई हमले के मास्टरमाईंड जकीउर रहमान लखवी की रिहाई को लेकर पाकिस्तान पर कार्रवाई की। इस दौरान संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा किए गए प्रस्तावों पर चर्चा की। उन्होंने चीन के वोट पर चिंता भी जताई। मिली जानकारी के अनुसार संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध कमेटी की बैठक में भारत द्वारा कुख्यात आतंकी लखवी की रिहाई का मसला सामने रखा गया। इस दौरान कहा गया कि चीन के प्रतिनिधि द्वारा प्रस्ताव को अटकाने के प्रयास किए जा रहे थे। भारत ने चीन के इस कदम पर आश्चर्य व्यक्त किया है। माना जा रहा है कि भारत ने इस मामले में चीन पर दबाव बनाया है।
इस दौरान उन्होंने कहा है कि ब्राजील के फोर्टलेजा क्षेत्र में जी - 20 सम्मेलन में पहली भेंट हुई तो दूसरी ओर 4 थी द्विपक्षीय बैठक को आयोजित किया गया। उल्लेखनीय है कि शी जिनपिंग के भारत दौरे के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन दौरे पर गए थे इस दौरान चीन में योग विश्वविद्यालय खोले जाने के बाद भारत - चीन के रिश्तों को नए सिरे से जोड़कर देखा जा रहा था। माना जा रहा था कि चीन और भारत के बीच सीमा विवाद में तल्खियां कुछ कम जरूर होंगी इस दौरान भारत में बुलेट ट्रेन चलाने जैसे विकासवादी मसलों पर भी चर्चा की गई। मामले में कहा गया कि वार्षिक द्विपक्षीय शिखर बैठक के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक वर्ष बाद जरूर पहुंचेंगे।