नई दिल्ली : कुछ दिनों पहले हुए बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के बहुमूल्य समय व पैसे को बचाने के लिए एक सर्वोत्तम आइडिया शेयर किया है। उनका मानना है कि सभी चुनाव को एक ही समय पर होने चाहिए। फिर चाहे वो पंचायत चुनाव हो, शहरी निकाय चुनाव हो, राज्य या लोकसभा चुनाव हो।
पैसे और समय की बचत के साथ-साथ इससे राजनीतिक औऱ सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी जनता से जुड़ने के लिए अधिक समय मिल जाएगा। बजट सत्र से पहले हुए सर्वदलीय बैठक में पीएम ने ये विचार पार्टी के समक्ष रखे थे। उस मीटिंग में मौजूद रहे एक बीजेपी नेता ने बताया कि पीएम का मानना है कि राजनीतिक कार्यकर्ताओं का ज्यादातर समय चुनाव व उसकी तैयारियों में बीत जाता है, इससे उनके पास सामाजिक कार्यो के लिए वक्त ही नहीं बचता।
पीएम चाहते है कि कार्यकर्ता अधिक से अधिक समय जनता के बीच जाकर सरकार की योजनाओं के बारे में उन्हें बताएं और जो उनके फायदे के लिए हो रहे है उनसे उनको अवगत कराए। सूत्रों के अनुसार, पीएम के इस विचार से ज्यादातर दल सहमत दिखे। बीजेपी भी इसके पक्ष में है।
उनका मानना है कि जल्दी-जल्दी चुनाव होने से राज्य व केंद्र सरकारों के काम ठप पड़ जाते है। चूंकि इस दौरान आचार संहिता लागू रहता है, तो विकास के सारे कामों पर ब्रेक लग जाता है। बता दें कि चुनाव आयोग की ओर से जारी किए आंकड़ों के अनुसार, लोकसभा व विधानसभा के चुनावों में 4500 करोड़ रुपए खर्च किए जाते है। इसके अलाव बीजेपी ने 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान भी इस प्रस्ताव को प्रमुखता से रखा था।