वाराणसी: विश्व में अपनी सांस्कृति गतिविधियों के लिए विख्यात वाराणसी में आज शाम को नागनथैया लीला का आयोजन किया जा रहा है, पवित्र गंगा नदी के तुलसीघाट पर होने वाले इस आयोजन में गंगा नदी कुछ समय के लिए यमुना नदी में तब्दील हो जाएगी.
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गंगा नदी के यमुना में परिवर्तित होने के दौरान जहां भगवान श्री कृष्ण कदम के पेड़ पर चढ़के यमुना नदी में गेंद निकालने के लिए कूदेंगे वही कालिया नाग पर सवार भी होंगे. अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास की ओर से तुलसीघाट पर श्रीकृष्ण लीला के क्रम में नागनथैया (कालिय दमन) लीला में करीब तीन बजे इसके विधान शुरू हो चुके हैं. प्रभु श्रीकृष्ण ठीक शाम 4.30 बजे कदंब से अथाह जलधारा में कूदेंगे.
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इस दौरान श्रीकृष्ण कालिया नाग का दमन कर उसके फन पर नृत्य मुद्रा में वेणु वादन करते दर्शन देंगे, शास्त्रीय ज्ञान व तकनीक के संयोजन से संजोई गई लीला की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. गोस्वामी तुलसीदास की शुरू लीला के लिए बीती 31 अक्टूबर को मुकुट पूजन किया गया था और चार नवंबर से लीला का क्रम शुरू हुआ था, इस कार्यक्रम का समापन 24 नवंबर को होगा. गोस्वामी तुलसीदास ने भदैनी में लगभग 492 साल पहले कार्तिक माह में शुरू की गई इस 22 दिनों की लीला की परंपरा आज भी कायम है
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