अमेरिकी की जानीमानी जेनेरिक दवा कंपनी माइलन ने आज एक बयान में कहा कि वह आंध्र प्रदेश में 5 अरब डॉलर के अतिरिक्त निवेश से अपनी मौजूदगी के विस्तार पर विचार कर रही है। माइलन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (लीगल) राजीव मुकुंदन (जो यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल के प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे) ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू को यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी बयान में राजीव के हवाले से कहा गया है, हम आंध्र प्रदेश में 5 अरब डॉलर के अतिरिक्त निवेश से अपनी मौजूदगी के विस्तार पर विचार कर रहे हैं। हालांकि कंपनी की तरफ से अभी इस बाबत कोई पुष्टि नहीं हो पाई है। बैठक के दौरान कंपनी के उपाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को बताया कि दवा कंपनी के चार संयंत्र विशाखपट्टनम में हैं।
दवा कंपनी माइलन ने साल 2007 में हैदराबाद की ऐक्टिव फार्मास्युटिकल्स इनग्रीडियंट (एपीआई) निर्माता मैट्रिक्स लैब का अधिग्रहण कर भारत में प्रवेश किया था। तब से कंपनी ने कई अधिग्रहण किए हैं और इनमें विशाखापट्टनम का संयंत्र शामिल है। इस बीच, हॉस्पिरा के प्रबंध निदेशक एस श्रीनिवासन (प्रतिनिधिमंडल में शामिल) ने मुख्यमंत्री को सूचित किया कि कंपनी पहले ही विशाखापट्टनम के विनिर्माण संयंत्र में 2500 करोड़ रुपये निवेश कर चुकी है। पहले की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी 11 लाख वर्गफुट वाला विनिर्माण संयंत्र बना रही है। यूएसआईबीसी प्रतिनिधिमंडल की अगुआई इसके कार्यकारी उपाध्यक्ष डी फेरेल ने की।
जॉनसन ऐंड जॉनसन के प्रतिनिधि ने नवजात शिशु व माताओं की मृत्यु दर में कमी लाने, महिलाओं के स्वास्थ्य व साफ-सफाई पर काम करने की इच्छा जताई। मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, कुछ प्रतिनिधियों ने सरकारी टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल होने की इच्छा जताई। बयान में मुख्यमंत्री के हवाले से कहा गया है, स्वास्थ्यसेवा में सार्वजनिक व निजी निवेश को लेकर उनका नजरिया स्पष्ट है। हम आपके प्रस्ताव पर स्वास्थ्य सलाहकार समिति में चर्चा कर सकते हैं और इसे आगे बढ़ा सकते हैं।
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