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तेलंगाना/हैदराबाद : तेलंगाना में मजलिस-ए-इतेहादुल मुसलिमीन (एमआईएम) और अन्य मुस्लिम संगठनों ने पुलिस द्वारा पांच विचाराधीन कैदियों की हत्या किए जाने के मामले की स्वतंत्र जांच के आदेश न देने पर राज्य सरकार के खिलाफ राज्यव्यापी प्रदर्शन शुरू करने की धमकी दी है। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) सरकार ने विशेष जांच दल (एसआईटी) से मामले की जांच कराए जाने के आदेश दिए थे, लेकिन मुस्लिम संगठनों के मंच युनाइटेड मुस्लिम फोरम (यूएमएफ) ने इसे नहीं स्वीकारा है।
पुराने हैदराबाद शहर में मंगलवार रात यूएमएफ आयोजित जनसभा में सात अप्रैल की घटना की एसआईटी जांच को स्वीकारने से इंकार कर दिया गया। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया और घटना की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) या फिर उच्च न्यायालय के सेवारत न्यायाधीश से जांच कराए जाने की मांग दोहराई गई।
एमआईएम अध्यक्ष असादुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पांच विचाराधीन कैदियों को वारंगल केंद्रीय कारा से हैदराबाद लाए जाने के दौरान पुलिस ने उनकी हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि विचाराधीन कैदियों के हाथ में हथकड़ी लगी थी, बावजूद पुलिस दावा कर रही है कि वे हथियार छीन कर भागने की कोशिश कर रहे थे। ओवैसी ने उन 17 पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग की है जो उस दिन कैदियों को हैदराबाद लाए जाने के दौरान उनके साथ मौजूद थे।