इस्लामाबाद : पूर्व सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो को 2007 में उनके स्व-निर्वासन से लौटने से पहले धमकी दी थी। यह दावा एक अमेरिकी पत्रकार ने इस मामले में दी गवाही में किया है हालांकि पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ ने इस आरोप से इनकार किया है। बता दे की दो बार प्रधानमंत्री रहीं भुट्टो की बीते दिसंबर 2007 में रावलपिंडी में बम हमले में हत्या कर दी गयी थी। उस दौरान मुशर्रफ देश के राष्ट्रपति थे।
इस मामले में एक आरोपी के तौर पर पूर्व जनरल पर मुकदमा चलाया गया है। अमेरिकी पत्रकार और लॉबीस्ट मार्क सीगल ने कल अपनी गवाही में कहा था कि मुशर्रफ ने उनकी मौजूदगी में बेनजीर से संपर्क किया था और उन्हें पाकिस्तान लौटने से पहले धमकी दी थी।
लोकल मीडिया के मुताबिक सीगल ने अपने बयान में कहा कि अक्तूबर 2007 में स्व-निर्वासन से लौटने से कुछ दिन पूर्व मुशर्रफ ने अमेरिका में मौजूद बेनजीर से बात की थी। एक खबर के मुताबिक मुशर्रफ ने इस तरह का कोई फोन करने की बात को खारिज कर दिया है और कहा कि वह उस समय मोबाइल फोन का उपयोग नहीं करते थे।
साथ ही मुशर्रफ ने कहा कि उन्हें आरोपों के पीछे विशेष षड्यंत्र दिखाई देता है। उनके अनुसार उन्होंने अप्रैल 2009 में मोबाइल फोन का इस्तेमाल शुरू किया था जबकि बेनजीर की हत्या करीब 2 साल पहले कर दी गयी थी। उन्होंने अमेरिकी पत्रकार के आरोपों को गलत बताते हुए उन पर अफसोस जताया।