नई दिल्ली : समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने केंद्र सरकार द्वारा 500 रूपए और 1000 रूपए के नोट्स बंद किए जाने के निर्णय की आलोचना की है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि नोट वापस लेने का निर्णय टाल दिया जाए। उनका कहना था कि इससे आम आदमी को परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि जिस कालेधन की बात सरकार कर रही है। उस कालेधन के खिलाफ सपा ने ही सबसे अधिक पहल की है।
केंद्र सरकार द्वारा 500 रूपए और 1000 रूपए के नोट्स बंद होने के मामले में कहा कि उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में कालेधन का प्रयोग न किया जाए इस बात के प्रयास किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा 500 रूपए और 1000 रूपए के नोट्स को चलन के बाहर किए जाने के बाद देशभर में हड़कंप मच गया है।
हालांकि लोगों द्वारा आंशिक परेशानी के बाद भी सरकार के प्रयासों की सराहना की जा रही है। मगर राजनीतिक हलकोें में और कुछ लोगों द्वारा नोट्स को बंद किए जाने की आलोचना की जा रही हैै। ऐसे में बात सामने आई है कि सरकार ने कालेधन को समाप्त करने के लिए कदम उठाया है। सरकार के मंत्रियों द्वारा भी इस बात को प्रमुखता से रखा गया है कि कालेधन को समाप्त करने के लिए इस तरह के नोट्स समाप्त किए गए हैं।
सपा के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने आज पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि केंद्र सरकार के निर्णय से आम जनता परेशान है। आमजन को जरूरत का सामान नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार कालाधन नहीं ला पाई है। सरकार को पुराने नोट को बंद करने का निर्णय टाल देना चाहिए। सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने कहा कि भाजपा चुनाव देख रही है लेकिन लोगों को जो मुश्किल हो रही है उस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इतना ही नहीं लोगों को दवाईयां तक नहीं मिल पा रही है।