नई दिल्ली : बीते बुधवार को राज्यसभा में एक नया मुद्दा सामने आया है जिसमे पनामा पेपर्स में शामिल भारतीयों का नाम उजागर करने की मांग की गयी है। हम आपको बता दे की उक्त मुद्दा समाजवादी पार्टी के सांसद नरेश अग्रवाल ने नियम 267 के तहत नोटिस देते हुए उठाया है।
सांसद नरेश अग्रवाल का कहना है की सरकार जान-बूझकर मोसैक फोन्सेका के दस्तावेजों में शामिल भारतीयों का नाम छिपा रही है। साथ ही उनका यह भी कहना है कि भारत-पनामा कर संधि के अनुसार, कंपनियों को किसी एक देश में ही टैक्स चुकाना होता है। यह टैक्स उस देश में चुकाया जाता है, जहां कंपनियों का मुख्यालय होता है। इसलिए लगभग पांच फीसदी कर चुकाकर काले धन को सफेद कर लिया जाता है। बाद में इस सफेद धन को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के रूप में लोग भारत ले आते हैं।
भाजपा को यह याद दिलाते हुए कि वह काला धन वापस लाने का वादा कर सत्ता में आई थी अग्रवाल ने यह आरोप लगाया है। कि सरकार को इन पेपर्स में छिपे सभी लोगो के नाम पता है लेकिन फिर भी इन लोगो के नाम उजागर नहीं किये जा रहे है। उन्होंने इस मामले को बहुत बड़ा रेकेट बताकर मांग की है कि सभी कामकाज रोककर इस मुद्दे पर चर्चा कर जाँच की जानी चाहिए।