भोपाल में ऑड-इवन से होगा स्कूली बच्चों के बस्ते का बोझ कम
भोपाल में ऑड-इवन से होगा स्कूली बच्चों के बस्ते का बोझ कम
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भोपाल : दिल्ली सरकार के सम-विषम फॉर्मूले ने मध्य प्रदेश की सरकार को स्कूली बच्चों के पीठ से बस्ते का बोझ कम करने का उपाय सुझा दिया है। शिक्षा विभाग अब इसी योजना पर काम कर रहा है। यदि यह नियम अमल में आता है, तो बच्चों से एक दिन में 7 कॉपी किताब लेकर आने को कहा जाएगा। फिलहाल स्कूली बच्चे 7 किताब और 8 कॉपियां लेकर रोजाना स्कूल जाते है।

कई बार बच्चों के बस्ते के बोझ को कम करने के लिए आवाजें उठाई गई है, लेकिन सोई सटीक उपाय न होने के कारण इसका निदान नही हो पाता है। फिलहाल यह नियम सरकारी स्कूलों में लागू कीया जाएगा। यदि यहां यह नियम सफल होता है, तो इसे निजी स्कूलों में भी लागू किया जाएगा। शिक्षा मंत्री पारसचंद्र जैन के मुताबिक बस्ते का बोझ कम करने के लिए नई व्यवस्था बनाई जा रही हैं। अगले शैक्षणिक सत्र यानी जून 2016 से इसे लागू करने की तैयारी है।

योजना के अनुसार, छात्र एक दिन मैथ्स, साइंस, फिजिक्स की किताब कॉपियां लाएंगे तो दूसरे दिन हिंदी, इंग्लिश, सोशल साइंस की। ऐया करने से उन्हें एक दिन में 3 किताब और 4 कॉपियां लानी होगी, इनमें से एक रफ कॉपी होती है। इससे 12 वीं तक के छात्र सप्ताह के 6 दिनों में 17 विषयों की पढ़ाई कर सकेंगे। साथ ही यदि किसी हफ्ते में छुट्टी होती है, तो पीरियड का समय बढ़ा दिया जाएगा, ताकि निर्धारित समय सीमा में कोर्स पूरा किया जा सकेगा।

मंत्रालय स्कूलों में बच्चों की किताब-कॉपियां रखने पर भी विचार कर रहा है। 6ठीं से 8वीं क्लास तक के बच्चों को 7 किताब और 8कॉपियां ले जानी होती है, जिसका वजन 5 किलो होता है। जब कि 12वीं के बच्चों के बस्ते का बोझ 12 किलो होता है।

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