'मसान' ब्लैकमेलिंग और कास्ट डिफरेंस जैसे सामाजिक मुद्दों को बड़े ही शानदार तरीके से उजागर करती है,डायरेक्टर नीरज घायवन की फिल्म 'मसान' आज रिलीज हो गई है. इस फिल्म में नीरज ने ऐसी 2 कहानियों को एक साथ दिखाया है, जिनका आपस में कोई लेना देना नहीं है. फिल्म में संजय मिश्रा और ऋचा चड्ढा के अलावा कोई ज्यादा जाना पहचाना चेहरा नहीं है. फिर भी यह ऑडियंस के दिल को छूनेवाली है.
फिल्म मसान
क्रिटिक रेटिंग 4/5
डायरेक्टर नीरज घायवन
स्टार कास्ट संजय मिश्रा, ऋचा चड्ढा, श्वेता त्रिपाठी और विक्की कौशल
प्रोड्यूसर दृश्यम फिल्म्स, फैंटम फिल्म्स, मैकसार प्रोडक्शंस और सिख्या एंटरटेनमेंट
म्यूजिक डायरेक्टर इंडियन ओसियन
क्या कहती है फिल्म
फिल्म में दो कहानियां हैं. एक कहानी है देवी (ऋचा चड्ढा) की, जो बनारस में अपने पिता विद्याघर पाठक (संजय मिश्रा) के साथ रहती है. एक दिन देवी अपने दोस्त पियूष के साथ एक होटल के रूम में जाती है, जहां पुलिस उसे लैपटॉप पर पोर्न फिल्म देखते पकड़ लेती है. इस घटना के बाद जहां पियूष अपनी कलाई काटकर आत्महत्या कर लेता है. जबकि भ्रष्ट पुलिस जबरदस्ती देवी से सेक्स स्कैंडल में शामिल होने का गुनाह कुबूल करवा लेती है, इसे रिकॉर्ड कर लिया जाता है. और इसके जरिए पुलिस देवी और उसके पिता को ब्लैकमेल कर मामले को दबाने के लिए मोटी रिश्वत मांगती है.
वहीँ दूसरी कहानी है श्मशान घाट में काम करने वाले दीपक (विक्की कौशल) की, जो लोअर कास्ट से है. एक दिन दीपक की मुलाकात एक अपर कास्ट लड़की शालू गुप्ता (श्वेता त्रिपाठी) से होती है और दोनों को एक-दुसरे से प्यार हो जाता है और दोनों की जातियों का अंतर उनके मिलन में बाधा बनता है.
डायरेक्शन
नीरज ने दो अलग-अलग कहानियों को बड़ी ही खूबसूरती से फिल्माया है. ये कोई पहला मौका नहीं जब बॉलीवुड में ब्लैकमेलिंग और कास्ट डिफरेंस के ऊपर फिल्में बनी हो लेकिन 'मसान' का स्क्रीनप्ले, नरेशन और हर एपिसोड इतने अच्छे तरीके से पेश किया गया है, जो इसे दूसरी बॉलीवुड फिल्मों से अलग खड़ी करता है.
एक्टिंग
संजय मिश्रा और ऋचा चड्ढा ने 'मसान' में अपने-अपने किरदार को बहुत ही शानदार तरीके से निभाया है. विक्की कौशल एक्शन डायरेक्टर श्याम कौशल के बेटे हैं और यह उनकी पहली फिल्म है. लेकिन उन्हें देखकर ये बिलकुल जाहिर नहीं होता की वो पहली बार एक्टिंग कर रहे हैं.वहीँ श्वेता त्रिपाठी ने भी अपने किरदार के साथ पूरा न्याय किया है.
फिल्म का संगीत
फिल्म का सॉन्ग 'मन कस्तूरी..' पहले ही ऑडियंस के बीच पॉपुलर हो चुका है। बाकी सॉन्ग भी ठीकठाक हैं.
क्या है खास
मसाला फिल्मों से हटकर यदि आप कोई सामाजिक सच्चाइयों को उजागर करती हुई फिल्म देखना चाहते हैं तो 'मसान' आपके लिए बिल्कुल सही फिल्म है.