मदर टेरेसा के भारत रत्न पर सवाल

मदर टेरेसा के भारत रत्न पर सवाल
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style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Tahoma, Verdana; font-size: 14px; line-height: 20px; text-align: justify;">नई दिल्ली : राष्ट्रीय सेवक संघ ने समाजसेवी मदर टेरेसा को दिये गये भारत रत्न के मामले में सवाल खड़े किये है। इसके पहले संघ टेरेसा की समाजसेवा पर भी सवाल उठा चुका है। संघ ने कहा कि आखिर सरकार ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को टेरेसा के दस वर्ष बाद भारत रत्न सम्मान क्यों दिया। गौरतलब है कि अंबेडकर को 1990 के दौरान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था जबकि मदर टेरेसा को अंबेडकर से दस वर्ष पहले सम्मान दे दिया गया था।
 
संघ के महासचिव भैयाजी जोशी ने कहा कि भारत रत्न देने के मामले में डाॅक्टर अंबेडकर की अनदेखी की गई है। उनका कहना है कि मदर टेरेसा ने समाजसेवा के नाम पर भोलेभाले लोगों को ईसाई बनाया था लेकिन अंबेडकर ने देश के संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन की, फिर उन्हें भारत रत्न देने के मामले में अनदेखा क्यों किया गया, यह सोचनीय विषय है।
 
भैयाजी जोशी ने अंबेडकर की तुलना संघ संस्थापक हेडगेवार से भी की और कहा कि अंबेडकर ने ऐसे देश का स्वप्न देखा था जहां सभी समान हो। बताया गया है कि अंबेडकर जयंती के अवसर पर संघ ने अपने मुखपत्र पांचजन्य और आॅर्गनाइजर ने विशेष सामग्री का प्रकाशन करते हुये इसमें अंबेडकर को राष्ट्रवादी तो बताया ही गया है वहीं यह भी साबित करने का प्रयास किया गया है कि अंबेडकर संघ की विचारधारा के बहुत करीब थे।
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