दुनिया में केवल माँ ही एक ऐसा शब्द जिसका कोई स्थान नही ले सकता है. बिना माँ के पूरी दुनिया एक अभिशाप सी लगती है. क्योकि मां के आंचल में संपूर्ण कायनात समाई होती है. बिन माँ के ये सारा जग सुना सुना लगता है माँ ही एक ऐसी महिला है जो अपने बच्चो के लिए अपना सबकुछ त्याग करने को तैयार रहती है और जब हमे कभी भी कोई भी मुसीबत आती हो तो सबसे पहले मुख से यही निकलता है “माँ” माँ...और सिर्फ मॉं...आज हम मां को समर्पित शायरीयां आपके साथ शेयर करने वाले है.
खुद के गम भूल, हमारे गम चुराती है
मां चाहे खुद कितनी भी बड़ी मुसीबत में हो
वह हमें हर मुसीबत से बचाती हैं
फिर भी अपना एहसान वो कभी नहीं जताती है
बस हम पर निस्वार्थ प्रेम बरसाती है
यही शख्स मां कहलाती है
मां तेरे आशीर्वाद के बल पर
हर मुसीबत से पार पा लूंगा
मुझे किसी धाम की जरूरत नहीं मां
तेरे चरणों में, स्वर्ग मैं पा लूंगा
जिसे खुद से ज्यादा हमारी फिक्र रहती है
जिसके होंठो पर हर वक़्त हमारा जिक्र होता है
जो हमेशा अपने सिवा, हमारे लिए मांगती है
ये शख्स सिर्फ मां ही हो सकती है.
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