अमृतसर : आज हम आपको अपराध की एक ऐसी दास्तान से वाकिफ करने वाले है जिसे सुनकर आप कहोगे की काश यह खबर झूठी हो. लेकिन , यह एक घिनोना सच है. एक मां ने ऐसा घिनोना जुर्म किया जिसे जानकर हर किसी की रूह कांप गई. मामला पंजाब के अमृतसर का है. कहते हैं बच्चे के लिए सबसे महफूज जगह होती है मां की गोद. डेढ़ साल का मासूम हरमन भी ऐसा ही समझता होगा. वो भी दुलार से मां की गोद में मचलता था. कभी अपनी मां की आंखों का सूरज चांद था हरमन. लेकिन डेढ़ साल की जिंदगी में जिस सच से हरमन का सामना हुआ उसकी कल्पना कोई बुरे से बुरे सपने में भी नहीं कर सकता.
बेरहम मां ने मिटटी का तेल डालकर मासूम हरमन को आग के हवाले कर दिया. हरमन आग की लपटों के बिच चिल्ला रहा था लेकिन इस कलयुगी मां का कलेजा एक बार भी नहीं पसीजा. और वो अपने बच्चे को चलते हुए देखती रही. और जब उसकी मौत की तसल्ली हो गई, तब मदद के लिए शोर मचाया. मामले की सुचना पुलिस को दी गई.
पुलिस को घर में बच्चे के जल जाने की बात हजम नहीं हो रही थी. लिहाजा पुलिस ने हादसे के वक्त वहां मौजूद मां से सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. उसने पुलिस के सामने जब सारा माजरा बताया को पुलिस वाले भी सकते में आ गए. बलजीत कौर का कहना था कि उसका पति हरमन को अपना बेटा नहीं मानता था. और बेरहमी से उसकी पिटाई करता था. वह पिछले चार महीने से पति से अलग रह रही थी. रिश्तों की झुलसती आग में ही उसने अपने मासूम बच्चे की बलि चढ़ा दी. एस.पी.
क्राइम लखबीर सिंह ने बताया कि बलजीत कौर ने पहले बच्चे को जलाने का झूठा इल्जाम पड़ोसियों पर लगाया था लेकिन बाद में सख्ती करने पर उसने गुनाह कबूल कर लिया. पुलिस ने बलजीत कौर को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया. जहां से उसके गुनाह को संगीन अपराध मानते हुए उसे जेल भेज दिया गया.