नई दिल्ली। 17 जुलाई से संसद का मानसून सत्र प्रारंभ हो रहा है। इस दौरान करीब 18 विपक्षी दलों जीएसटी, नोटबंदी आदि मसलों पर मोदी सरकार को घेरने की रणनीति बनाई गई है। इस तरह के इश्यूज़ पर सरकार को घेरा जा सकता है। मिली जानकारी के अनुसार करीब 5 मसलों पर सरकार को संसद में घेरा जाएगा। इस हेतु 18 विपक्षी दल ने रणनीति तैयार की। मानसून सत्र के लिए करीब 5 मसलों पर प्रश्न करने की तैयारी की गई है।
इस दौरान नोटबंदी को लेकर लोगों पर विपरीत असर, जीएसटी लागू करने में जल्दबाजी किए जाने, किसान आत्महत्या, राजनीतिक साजिश, देश के संघीय ढांचे को बचाने और लोगों में गलत जानकारियां फैलाकर भड़काने की बात भी शामिल है। मिली जानकारी के अनुसार तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को नारदा स्कैम में फंसाया गया। पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम व उनके परिजन, लालू प्रसाद यादव के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की गई।
गौरतलब है कि विपक्षी दलों ने बैठक कर विभिन्न मसलों पर चर्चा की थी मानसून सत्र में सरकार को घेरने की तैयारी के लिए भी चर्चा की गई थी। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओब्रायन, जेडीयू के शरद यादव, एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल, सीपीएम के नेता सीताराम येचुरी,नेशनल काॅन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल, बीएसपी के सतीश मिश्रा व 10 अन्य दलों के नेता भी शामिल हुए थे। मिली जानकारी के अनुसार विभिन्न दलों ने कहा है कि वे सरकार का विरोध मानसून सत्र में करेंगे।
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