उलानबटोर :यह सबको पता है कि तिब्बत के निर्वासित आध्यात्मिक नेता दलाई लामा को चीन पसंद नही करता. चीन का आरोप है कि दलाई लामा तिब्बत को चीन से अलग करने की कोशिश में है. इसीलिए तिब्बत के निर्वासित आध्यात्मिक नेता दलाई लामा की यात्रा के बाद चीन के विरोध और बड़े ऋण के लेनेदन पर बातचीत टलने से डरे मंगोलिया के विदेश मंत्री सेंद मुंख-ऑर्गिल ने कहा कि भविष्य में अब तिब्बती निर्वासित नेता को देश में यात्रा की इजाजत नहीं दी जाएगी.बता दें कि मंगोलिया की अर्थव्यवस्था काफी हद तक चीन पर निर्भर है.
उल्लेखनीय है कि इस बारे में मंगोलियाई अखबार 'उनूडूर' ने कल विदेश मंत्री सेंद मुंख-ऑर्गिल के बयान को प्रकाशित कर कहा था कि दलाई लामा को धार्मिक आधार पर भी मंगोलिया यात्रा की इजाजत नहीं होगी.
जबकि उधर चीन ने मंगोलिया के इस रुख का समर्थन करते हुए चीन के विदेश मंत्रालय ने आज कहा कि वह मंगोलियाई मंत्री के बयान को महत्व देता है और उम्मीद करता है कि वो देश इस मुद्दे पर व्यक्त की गई प्रतिबद्धता का सम्मान करेगा.