शिवमय हुआ भारत, श्रावण मास के पहले सोमवार को लगा श्रद्धालुओं का तांता
शिवमय हुआ भारत, श्रावण मास के पहले सोमवार को लगा श्रद्धालुओं का तांता
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श्रावण मास के पहले सोमवार को शिवालयों में शिवभक्तों का सैलाब उमड़ा। इस दौरान हर कहीं श्रद्धालु भक्तिभाव से कतार में लगकर दर्शनों की आस लगाते रहे। यही नहीं देशभर के शिवालयों में श्रावण मास को लेकर तैयारियां पहले से ही कर ली गई थीं। इस दौरान बारह ज्योर्तिलिंगों में विशेष तैयारियां की गईं। हर कहीं श्रद्धालुओं के दर्शन को लेकर विशेष व्यवस्था की गई। इस दौरान शिव भक्तों की टोलियों द्वारा फरियाली खिचड़ी का प्रसाद भी वितरित करने की तैयारियां की जाती रहीं। श्रद्धालु शिवलिंगों और ज्योर्तिलिंगों का स्पर्श पाने में लगे रहे। शिव के मंदिरों में श्रद्धालुओं ने दूध, दही, घी, शहद और शकर से युक्त पंचामृत का अभिषेक किया और पुण्य कमाया।

इस दौरान यह बात सामने आई कि इस बार दूध के स्थान पर गंगा जल से शिवलिंग अभिषेक पर ध्यान दिया जा रहा है। तो दूसरी ओर जलाभिषेक का जल भूगर्भ में पहुंचाने के प्रयास भी कई जगहों पर किए जा रहे हैं। कई प्रमख मंदिरों और ज्योर्तिलिंगों में खुफिया कैमरों से निगरानी रखी जा रही है। यही नहीं बारह ज्योर्तिलिंग में से एक श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण मास की पहली भस्मारती में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने नंदी हाॅल से श्रावण मास की पहली भस्मारती का आनंद लिया। दूसरी ओर हरिओम का जल चढ़ाने के लिए श्रद्धालु कतार में लगकर बाबा महाकाल के गर्भगृह में पहुंचे।

श्रावण मास में भगवान शिव के जयकारे लगाते हुए उनके दर्शनों की आस लगाने वाले श्रद्धालु तो बाबा श्री महाकालेश्वर के दरबार में पहुंच ही रहे हैं तो दूसरी ओर बड़ी संख्या में कावडि़ये भी शिव भक्ति के रस में सराबोर होकर बोल बम करते हुए बाबा श्री महाकालेश्वर के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंच रहे हैं। यही नहीं कावडि़यों का हुजूम अन्य शिव मंदिरों में भी उमड़ पड़ा है। हालात ये हैं कि प्रमुख ज्योर्तिलिंगों में तो श्रद्धालुओं ने दो तीन दिन का लंगर डाल रखा है मगर अन्य प्रमुख और लोकप्रिय मंदिरों के आसपास भी श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा हुआ है। 

पूरे श्रावण मास में श्रद्धालु दूर - दूर से शिव मंदिरों और बारह ज्योर्तिलिंगों के दर्शनों के लिए उमड़ेंगे। इस दौरान इन मंदिरों के आसपास मौजूद होटल, लाॅज और धर्मशालाऐं फुल हो गई हैं। माना जा रहा है कि पूरे श्रावण मास में ठहरने के ये स्थल बुक रहेंगे तो दूसरी ओर श्रावण मास में ट्रेवल एजेंसियों की भी चांदी हो गई है। यही नहीं श्रावण मास में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। कई स्थानों पर खुफिया कैमरों से निगरानी रखी जा रही है तो कावडि़यों के भेस में पुलिसकर्मियों को भी तैनात कर दिया गया है। किसी भी संभावित स्थिति के लिए सुरक्षा बलों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। श्रावण मास में प्रति सोमवार को उज्जैन और अन्य क्षेत्रों में निकाली जाने वाली श्री महाकालेश्वर और शिव की सवारियों को लेकर भी तैयारियां की गई हैं। इस दौरान ये सभी नगरियां शिवमय हो गई हैं।

लव गडकरी

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