हर साल आने वाली मोक्षदा एकादशी इस साल भी आने वाली है। आप सभी को बता दें कि मोक्षदा एकादशी पर प्रभु श्री कृष्ण, विष्णु, महर्षि वेद व्यास और श्रीमद् भागवत गीता की खास रूप से पूजा अर्चना की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत को अगर पूरी श्रद्धा और निष्ठा से किया जाए तो मनुष्य के पूर्वजों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसी के साथ इस व्रत को रखने वालों को हर तरह के कर्मों के बंधन से मुक्ति मिलती है। कहा जाता है इस व्रत का इतना प्रभाव है कि इसको करने से मनुष्य के जीवन के सभी पाप भी नाश होते हैं। इस साल यह व्रत 14 दिसंबर के दिन मंगलवार को है। तो आइए हम आपको बताते हैं इसकी पूजा की विधि, शुभ मुहुर्त।
मोक्षदा एकादशी तिथि, व्रत पारण मुहूर्त- इस बार मोक्षदा एकादशी तिथि 13 दिसंबर सोमवार की रात 09 बजकर 32 मिनट से शुरू हो रही है, जो अगले दिन 14 दिसंबर को रात 11 बजकर 35 मिनट तक रहेगी। इस दौरान उदयातिथि के कारण मोक्षदा एकादशी के व्रत को 14 दिसंबर यानी कि मंगलवार को रखा जाएगा। इसी के साथ व्रत का पारण 15 दिसंबर को सुबह 07 बजकर 5 मिनट से सुबह 09 बजकर 09 मिनट के बीच करना होगा।
मोक्षदा एकादशी पूजा विधि- इसके लिए व्रत से एक दिन पूर्व दशमी तिथि को दोपहर के समय में ही एक बार भोजन करना चाहिए। एक दिन पहले रात्रि में भोजन नहीं करना होता है। अब अगले दिन यानी एकादशी के दिन प्रात:काल उठकर स्नान करें और भगवान के सामने व्रत का संकल्प लें। अब व्रत का संकल्प लेने के बाद आप भगवान श्री कृष्ण के आगे धूप,दीप और नैवेद्य आदि अर्पित करते हुए पूजा करें। इसके बाद रात्रि में भी पूजा और जागरण करें। वहीं एकादशी के अगले दिन द्वादशी को पूजन करने के बाद जरुरतमंद व्यक्ति को भोजन व दान करें क्योंकि इससे विशेष लाभ मिलता है।
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