नई दिल्ली। अपने मंत्रियों को सोशल मीडिया पर पिछड़ता देख मोदी सरकार ने अपने नेताओं को सोशल मीडिया हैंडल करने की ट्रेनिंग देने की सोची है। मोदी इस मामले में परिपक्व है। वो देश के पीएम बनने के पहले से ही सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहे है।
वो सरकारी योजनाओं से लेकर फीडबैक तक की जानकारी सोशल मीडिया पर लेते-देते रहे है। उनके इस कौशल की दाद उनके विरोधी भी देते है। इस ट्रेनिंग के जरिए मंत्रियों से लेकर स्टाफ तक को सोशल मीडिया पर सक्रिय होने और ट्वीट आदि करने की जानकारी दी जाएगी।
सूत्रों का कहना है कि तीन मंत्रियों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिसमें धर्मेंद्र प्रधान, पीयूष गोयल और जितेंद्र सिंह शामिल है। इससे पहले भी पीएमओ की एक टीम को सोशल मीडिया की ट्रेनिंग पहले ही दी जा चुकी है। इस ट्रेनिंग में बताया जाएगा किस तरह का ट्वीट हो, सरकारी योजना या कार्यक्रम का ट्वीट कैसे किया जाए।
किस ट्वीट को रिट्वीट किया जाए। किस आदमी के ट्वीट को रिट्वीट करना है। किसके ट्वीट का और कैसे जवाब दिया जाए। यह सब इस ट्रेनिंग का एक हिस्सा होगा। ट्विटर पर फॉलोअर्स की संख्या बढ़ाने का भी पाठ सिखाया जाएगा। कैसे अधिक से अधिक लोगों को अपने से जोड़ा जाए और कैसे उन तक अपनी बात पहुंचाई जाए।