नई दिल्ली: कोरोना महामारी के दौर में आम जनता के लिए खुशखबरी है। केंद की मोदी सरकार देश के आम लोगों के बैंक अकॉउंट में 36000 रुपये वार्षिक देने जा रही है। दरअसल केंद्र सरकार गरीब और जरूरतमंद लोगों को आर्थक सहायता के लिए कई तरह की योजनाएं चलाती है। इसके तहत केंद्र सरकार गरीब , विकलांग , विधवा , वरिष्ठ नागरिकों के खाते में सीधे तौर पर नकदी या अन्य जरूरी चीजें भी उपलब्ध कराई जाती हैं।
आपको बता दें कि कोरोना संकट के मद्देनज़र बीते दिनों केंद्र सरकार 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक राहत पैकेज की घोषणा की गई है , जिसका एक बड़ा हिस्सा इन्हीं जरूरतमंद लोगों के लिए है। इन्हीं में से एक योजना है ' प्रधानमंत्री श्रम योगी मान धन योजना ' (PM-SYM) योजना। ' प्रधानमंत्री श्रम योगी मान धन योजना ' (PM-SYM) के तहत सरकार देशभर में कचरा उठाने वाले, घरेलु कामगार, रिक्शा चालक, धोबी और खेतिहर मजूदरों जैसे असंगठित क्षेत्र के कामगारों को आर्थिक रुप से सहायता प्रदान करती है। इस योजना के तहत सरकार 60 वर्ष की उम्र के बाद वार्षिक 36 हजार रुपये की पेंशन देती है। एक आंकड़े के अनुसार, देश में ऐसे 42 करोड़ से अधिक कामगार हैं , जिन्हें इस स्कीम के तहत फायदा मिल सकता है। इसके अलावा सरकार पीएम किसान मानधन योजना और लघु व्यापारी पेंशन योजना भी चलाती है। इस योजना के लिए 6 मई तक लगभग 64.5 लाख लोग पंजीकरण करा चुके हैं।
क्या हैं नियम ?
यह योजना असंगठित क्षेत्र के लोगों के लिए है। इसके तहत पंजीकरण कराने के लिए आवेदक की उम्र 18 साल से 40 साल के बीच होनी चाहिए। साथ ही हर महीने 15,000 रुपये से ज्यादा की आमदनी नहीं होनी चाहिए। इसके तहत पंजीकरण करने के लिए आप EPFO इंडिया की वेबसाइट पर जाकर अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर ( CSC) का पता लगा सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप LIC के ब्रांच ऑफिस , ESIC, EPFO या केंद्र और राज्य सरकार के लेबर ऑफिस में भी जाकर अर्जी दे सकते हैं। आवेदन के लिए आपको पास तीन चीज़ें होना जरूरी है। आधार कार्ड, IFSC कोड के साथ सेविंग या जनधन अकाउंट और मोबाइल नंबर।
असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को प्रधानमंत्री श्रम योगी मान धन योजना से हो रहा है लाभ । pic.twitter.com/lrGs8ECkwm
— Santosh Gangwar (@santoshgangwar) June 6, 2020
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