कोलकाता: पश्चिम बंगाल की सीएम और तृणमूल कांग्रेस (TMC) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा है कि मदर टेरेसा द्वारा स्थापित मिशनरीज ऑफ चैरिटी के सभी बैंक अकाउंट को केंद्र सरकार ने फ्रीज कर दिया है। ममता ने कहा कि केंद्र सरकार के इस कदम ने कोलकाता हेडक्वार्टर वाले इस धर्मार्थ समूह के 22,000 मरीजों और कर्मचारियों को भोजन और दवाओं के बगैर छोड़ दिया। बंगाल सीएम ने कहा कि, 'भले ही कानून सर्वोपरि है, किन्तु मानवीय प्रयासों से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।'
ममता बनर्जी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'यह सुनकर स्तब्ध हूं कि क्रिसमस पर केंद्रीय मंत्रालय ने भारत में मदर टेरेसा के मिशनरीज ऑफ चैरिटी के सभी बैंक अकॉउंटस को फ्रीज कर दिया है। उनके 22,000 मरीजों और कर्मचारियों को बिना भोजन और दवाओं छोड़ दिया गया है। भले कानून सर्वोपरि है, लेकिन मानवीय प्रयासों से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।' हालांकि, इस मामले पर संगठन या केंद्र की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
बता दें कि गुजरात के वडोदरा जिले में लड़कियों के लिए संचालित एक बाल गृह के खिलाफ कथित तौर पर धर्म परिवर्तन का प्रयास करने के आरोप में FIR दर्ज की गई थी। इस बाल गृह का संचालन ‘मिशनरीज फॉर चैरिटी’ द्वारा किया जाता है। पुलिस ने आरोपों के संबंध में बात करते हुए बताया था कि लड़कियों पर बाइबिल पढ़ने के लिए दबाव डाला जा रहा था और अन्य समुदायों के लोगों की कुछ शादियां ईसाई रीति-रिवाजों के मुताबिक, आयोजित की जा रही थीं। हालांकि, संस्थान में काम करने वाली एक नन ने आरोपों को ख़ारिज किया था।