style="text-align: justify;">
नई दिल्ली : मोदी ने बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर को लेकर पिछली सरकारों पर उनकी विरासत को भुलाने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि बाबा साहेब के विचारों और शिक्षाओं को दुनिया भर के लोगो तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। डॉ. अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र के भवन का शिलान्यास करते हुए मोदी ने यह बात कही कि भारत का लोकतंत्र और संघीय ढांचा वास्तव में बाबा साहेब की ऊंची सोच का परिणाम है।
उन्होंने संविधान में ऐसी बातों का प्रावधान किया है जिनके बारे में उस समय सोच पाना भी मुश्किल था लेकिन ये आज की समस्याओं का समाधान है। भारतीय चुनाव आयोग और वित्त आयोग का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये संघीय ढांचे को मजबूती देने वाले स्तंभ है और ये बाबा साहेब की दूरगामी सोच का नतीजा है।
मोदी ने डॉ. अम्बेडकर के नाम पर स्मारक नहीं बनने पर अफसोस व्यक्त किया और बिना किसी का नाम लिए बगैर कहा, उन लोगों ने अम्बेडकर को पढ़ा भी नहीं है तो गले कैसे लगा लेते।’’ उन्होंने खुद के प्रधानमंत्री पद तक पहुंचने का श्रेय डॉ. अम्बेडकर को देते हुए कहा कि यह उनके द्वारा बनाए गए संविधान की बदौलत ही संभव हुआ है अन्यथा आज नरेंद्र मोदी कहां होता।’’