बेंगलुरु: दशहरा के जुलूस में भाग लेने वाली भीड़ ने कर्नाटक के बीदर जिले में एक मस्जिद में जबरन घुसकर पूजा की। बताया जा रहा है मदरसे में कथित तौर पर तोड़फोड़ भी की गई और नारेबाजी भी की गई। इसी के साथ इमारत के एक कोने में पूजा भी की गई। इस मामले में पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, हालाँकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। खबरों के अनुसार मुस्लिम संगठनों ने गिरफ्तारी नहीं होने पर विरोध प्रदर्शन की बात कही है। साल 1460 के दशक में निर्मित, बीदर में महमूद गवां मदरसा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अंतर्गत आता है। विरासत संरचना भी राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों की सूची में है। इस मामले में पुलिस ने कहा कि भीड़ ने बीते बुधवार शाम मदरसे का ताला तोड़ दिया।
Visuals from historic Mahmud Gawan masjid & madrasa, Bidar, #Karnataka (5th October). Extremists broke the gate lock & attempted to desecrate. @bidar_police @BSBommai how can you allow this to happen? BJP is promoting such activity only to demean Muslims pic.twitter.com/WDw1Gd1b93
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) October 6, 2022
थाना प्रभारी ने की अभद्रता, आला अधिकारीयों ने किया लाइन अटैच
बताया जा रहा है मदरसे की सीढ़ियों पर खड़े होकर, पूजा करने के लिए एक कोने में जाने से पहले, उन्होंने "जय श्री राम" और "हिंदू धर्म जय" के नारे लगाए। आप देख सकते हैं वायरल वीडियो में सीढ़ियों पर खड़ी भारी भीड़ इमारत के अंदर जाने की कोशिश कर रही है। जी हाँ और स्थानीय पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। इसी के साथ बीदर के कई मुस्लिम संगठनों ने घटना की निंदा की है और अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया है।
दिग्विजय सिंह ने सवालों की लगाई झड़ी, संघ प्रमुख से पूछे ये प्रश्न
जी दरअसल उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो जुमे की नमाज के बाद व्यापक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। आपको बता दें कि AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस घटना को लेकर राज्य की सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह "मुसलमानों को नीचा दिखाने" के लिए ऐसी घटनाओं को बढ़ावा दे रही है।
अतनु दास ने राष्ट्रीय खेलों में हासिल की जीत