आज राकेश ओमप्रकाश मेहरा की फिल्म मिर्ज़्या दर्शको का मनोरंजन करने सिल्वर स्क्रीन पर उतरेगी. फिल्म के प्रमोशन और फिल्म के गाने फिल्म को देखने की क्यूरोसिटी को बढ़ाते है. फिल्म से अनिल कपूर के बेटे हर्षवर्धन कपूर और तान्वी आजमी की भतीजी सैयामी खेर बॉलीवुड में डेब्यू कर रहे है. लिहाजा बॉलीवुड को दो नए स्टार मिलने वाले है. ऐसे में फिल्म अनिल कपूर और उनके फेन्स के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है. फिल्म की कहानी मिर्जा साहिब की प्रेम कहानी के इर्द गिर्द घूमती है. जिसे लिखा है गुलजार ने.
कहानी- बात अगर फिल्म की कहानी की बात की जाए तो यह दो सदियो के प्रेम को दिखाती है. एक पंजाब की मिर्जा साहिब की कहानी तो दूसरी राजस्थान की मॉर्डन लव की कहानी इन सदियो में सिर्फ समय का अंतर है. लेकिन दोनों जगह ही प्यार को अपनी मंजिल नहीं मिलती. कैसे दो प्यार करने वाले दोनों सदियो में मिल नहीं पाते इस बात को ही दिखाती है मिर्ज्या.
संगीत- अगर बात की जाए फिल्म के संगीत की तो शंकर एहसान लॉय का बेहतरीन संगीत फिल्म की रेसिपी है. वही फिल्म के गाने आवे रे हिचकी और दलेर मेहँदी द्वारा गाया गाया फिल्म का टाइटल ट्रेक फिल्म का आकर्षण है.
अभिनय- फिल्म की शुरुआत ओम पूरी की आवाज के साथ होती है. वही फिल्म में हर्षवर्धन और सैयामी दो सदियो में अलग अलग किरदारों को जीते नजर आये. हालांकि दोनों ही नए है और दोनों की ही पहली फिल्म है लेकिन उनका अभिनय उन्हें आने वाले समय का सुपरस्टार बनाता है.
निर्देशन- फिल्म का निर्देशन भी ठीक है, राकेश ने फिल्म में एक साथ दो कहानी दिखाने का प्रयास किया है. जो कही कही बेअसर और बोझल लगता है. हालाँकि वे इससे पहले रंग दे बसंती में इस कमाल कर चुके है.
क्यों देखे- फिल्म में दो नए कलाकार हर्षवर्धन और सैयामी अपने अभिनय करियर की शुरुआत कर रहे है. और फिल्म में दोनों ने ही काफी अच्छा अभिनय किया है. हालाँकि फिल्म कही कही दर्शको को बंधने में असमर्थ रहती है. लेकिन अच्छे गानो, दमदार अभिनय और ऐतिहासिक प्रेम कहानी के लिए आप मिर्ज्या देख सकते है.
न्यूज़ ट्रैक रेटिंग- हालाँकि फिल्म देखकर मुझे तो बस वो ही पुराणी प्रेम कहानी नजर आई. लेकिन अच्छे संगीत, बेमिशाल अभिनय और निर्देशक के जोखिम उठाने के साहस को देखकर हम फिल्म को 2.5 स्टार देंगे.