नई दिल्ली : योग दिवस की योजनाये शुरू हो चुकी है और इसमें हर कोई अपनी हिस्सेदारी देना चाहता है, अब रक्षा मंत्रालय भी अपना योगदान देकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने में जुट गया है तीनों सेनाएं अपने-अपने हिसाब से योग की तैयारियों में जुटी हैं। योग एक दशक पहले ही सैन्य बलों के फिटनेस एवं ट्रेनिंग कार्यक्रम में जुड़ चुका है। इसलिए सैन्यकर्मी इसे लेकर उत्साहित हैं। मंत्रालय के साथ-साथ तीनों बल जोर-शोर से तैयारियों में जुटे हैं तथा कोशिश यह है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इसमें भाग लें। रक्षा मंत्रालय ने अफसरों से कहा कि वे 21 जून को योग दिवस में भाग लेने से पूर्व मोरारजी देसाई योग संस्थान में इसकी ट्रेनिंग प्राप्त कर लें जहां आजकल प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
उधर, सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार योग 2005 से ही सैन्यकर्मियों के फिटनेस में शामिल है जो सैन्यकर्मियों की ट्रेनिंग का भी हिस्सा है। पहली बार डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ मिलिटरी ट्रेनिंग ने इस बारे में निर्देश जारी किए थे और 50 की आयु पार कर चुके सैन्यकर्मियों के लिए इसे अनिवार्य किया गया था। बाद में इसे सभी के लिए ट्रेनिंग का हिस्सा बना दिया गया था। आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल ट्रेनिंग पुणे ने 2007 में जो ट्रेनरों के लिए जो मैनुअल तैयार किया था, उसमें बाकायदा योग का एक चेप्टर शामिल है।
समुद्र में योग दिवस-भारतीय नौसेना ने 21 जून को पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को पूरे जोश-खरोश के साथ मनाने का फैसला किया है और भूमध्यसागर, पश्चिमी प्रशांत महासागर और हिंद महासागर में तैनात भारतीय नौसेना के पोतों पर नौसैनिक सामूहिक योग करेंगे। इन स्थानों पर तैनात भारतीय नौसेना की इकाइयां अनूठे तरीके के साथ योग दिवस मनाएंगी। जगह-जगह फैले नौसेना के जहाजों पर योग सत्र पूर्व निर्धारित समय सुबह 7 बजे स्थानीय समय के मुताबिक शुरू होगा।ताकि ज्यादा से ज्यादा नौसेसिनक स्वास्थ्य लाभ कर सकें।