नई दिल्ली: हैदराबाद से आईएस मॉड्यूल के अरेस्ट किए गए पांच संदिग्धों को कानूनी मदद देने का एलान करने वाले एमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी अब तेजज होता जा रहा है. सोमवार को हिंदू सेना ने दिल्ली में उनके सरकारी आवास के बाहर पोस्टर लगाकर उन्हें देशद्रोही बताया। इनमें लिखा था - 'देशद्रोही यहां रहता है.'
पोस्टर लगाने वाली हिंदू सेना के प्रेसिडेंट विष्णु गुप्ता का आरोप है, "औवेसी ने IS का समर्थन करके देशद्रोह का काम किया है. वे संदिग्धों का बचाव कर रहे हैं, इसलिए सरकार को उनके खिलाफ सख्त एक्शन लेना चाहिए."
गौरतलब है की खुफिया इनपुट के बाद नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने 28 जून को हैदराबाद के अगल-अलग इलाकों से आईएस के 11 संदिग्धों को हिरासत में लिया था. पूछताछ के बाद 6 लोगों को छोड़ दिया गया, लेकिन दो कम्प्यूटर इंजीनियर भाइयों समेत 5 को अरेस्ट कर लिया गया.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि उनकी पार्टी हैदराबाद से गिरफ्तार किए गए पांच संदिग्ध आतंकियों को कानूनी मदद देगी. ओवैसी ने ये भी कहा था कि वो इस मामले में एक सीनियर वकील से मशविरा कर रहे हैं.
पकडे गए सभी संदिग्ध सीरिया में बैठे आईएस के एक हैंडलर के टच में थे. भारत में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए संदिग्धों को 15 से 20 लाख रुपए और लैपटॉप दिए गए थे.