बेतहाशा दर्द से भरी थी मीना कुमारी की जिंदगी, इस मशहूर एक्ट्रेस के पिता ने किया था हलाला
बेतहाशा दर्द से भरी थी मीना कुमारी की जिंदगी, इस मशहूर एक्ट्रेस के पिता ने किया था हलाला
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मीना कुमारी, खूबसूरती की वो प्रतिमा जिसकी जगह आज तक कोई नहीं ले पाया। मीना ने अपनी खूबसूरती से लाखों नहीं करोड़ों दिलों को अपने नाम किया है। मीना ने अपने करियर में कई हिट फ़िल्में दी हैं जो आपने देखी ही होंगी। मीना एक ऐसी अदाकारा थीं जिन्हे अपनी फिल्म में लेने के लिए डायरेक्टर से लेकर प्रोड्यूसर तक लाइन में लगे रहते थे। कोई उनके घर के बाहर आता था तो कोई उन्हें अपने घर बुलाता था। मीना अपनी खूबसूरती से लेकर अपने अभिनय तक से सभी को अपना दीवाना बना गईं। खैर आज मीना कुमारी इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन उनसे जुड़े कई किस्से हैं जो हैरान करने वाले हैं। मीना कुमारी का जन्म 1 अगस्त 1933 में हुआ था और उनका निधन 31 मार्च 1972 में हुआ था। खैर आज हम आपको उनके उन किस्सों से रूबरू करवाने जा रहे हैं जिन्हे सुनकर या तो आपको यकीन नहीं होगा या आप हैरान रह जाएंगे। आइए बताते हैं।

मीना की मौत के बाद क्या कहा था नरगिस ने- जिस दौरान मीना कुमारी ने इस दुनिया को अलविदा कहा था उस दौरान नरगिस उनके अंतिम संस्कार में पहुंची थी। उस समय जैसे ही नरगिस वहां पहुंची उनके मुंह से केवल एक शब्द निकला और वह शब्द यह था, 'मीना कुमारी, मौत मुबारक हो'। वैसे इस बात का जिक्र नरगिस के द्वारा लिखे गए एक आर्टिकल में किया गया था। उस दौरान उन्होंने लिखा था, 'मौत मुबारक हो। मैंने ऐसा पहले कभी नहीं कहा। मीना आज तुम्हारी बड़ी बहन तुम्हें मौत की बधाई दे रही है और कहती है कि इस दुनिया में वापस कभी मत आना। ये दुनिया तुम जैसे लोगों के लिए नहीं बनी है।' आप सभी को बता दें कि नरगिस संजय दत्त की माँ थीं और वह मीना की बहुत अच्छी दोस्त भी थीं। वह अपनी दोस्त को तड़पते हुए देखकर बहुत दुखी थीं और जब मीना गुजरीं तो नरगिस समझ गईं कि अब उनकी बेचैन रुह को शायद शांति मिल गई होगी। इसी के चलते नरगिस ने मीना के अंतिम संस्कार में जाकर यह कहा था, ''मीना कुमारी, मौत मुबारक हो''।

लाल बहादुर शास्त्री ने मीना कुमारी से मांगी थी माफ़ी- यह किस्सा है उस समय का जब हर किसी के जुबान पर केवल एक ही नाम होता था और वह था मीना कुमारी। हर किसी के दिल में एक ही तस्वीर छपी थी और वह थी मीना कुमारी की। उस समय एक के बाद एक सिनेमाघरों में मीना की फिल्में लगी थीं और सभी हिट और सुपरहिट हो रही थी। यह सब होने के बाद भी देश के प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री मीना कुमारी को पहचान नहीं पाए थे। जी दरअसल हुआ यूँ था कि लाल बहादुर शास्त्री को मुंबई के एक स्टूडियो में फिल्म 'पाकीजा' की शूटिंग देखने के लिए बुलाया गया था। यहाँ आने के लिए वह मना नहीं कर पाए। यहाँ आने के बाद जैसे ही मीना कुमारी ने उन्हें माला पहनाई वैसे ही उन्होंने सवाल किया- 'ये महिला कौन है।' यह सवाल लाल बहादुर शास्त्री ने कुलदीप नैयर से किया था। कुलदीप नैयर ने ही अपनी किताब में इस बात का जिक्र किया है। उनकी इस किताब का नाम 'ऑन लीडर्स एंड आइकॉन: फ्रॉम जिन्नाह टू मोदी' है। उस दौरान जैसे ही उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री के सवाल को सुना वह हैरान रह गए और उन्होंने बताया- 'मीना कुमारी'। यह सुनकर लाल बहादुर शास्त्री ने अपनी अज्ञानता व्यक्त की और उस दौरान उन्होंने अपनी स्पीच में मीना कुमारी को संबोधित करते हुए कहा था, 'मीना कुमारी जी, मुझे माफ कीजिएगा। मैंने आपका नाम पहली दफा सुना है।'  यह एक अजीब और बहुत ही हैरान कर देने वाला किस्सा है जो आज भी सभी को लाल बहादुर शास्त्री जी के भोलेपन की तरफ देखने को मजबूर करता है।

इस एक्ट्रेस को गिफ्ट किया था बंगला- आप सभी ने आज तक कई ऐसे किस्से सुने होंगे जिनमे स्टार्स ने गिफ्ट में कपड़े, ज्वेलरी, घड़ी या अन्य कोई सामान गिफ्ट में दिया हो लेकिन मीना कुमारी ने तो गिफ्ट में बंगला दिया था। यह बंगला मीना कुमारी ने अपनी दोस्त मुमताज को दिया था। यह उस समय की बात है जब मुमताज ने मीना कुमारी के लिए एक फिल्म में काम करने के लिए हाँ कहा था। उस दौरान मीना मुमताज को उनके काम के लिए फीस नहीं दे पाईं थीं जो 3 लाख रुपए थी।मुमताज ने कभी भी मीना से पैसे नहीं मांगे लेकिन मीना को यह बात हमेशा याद रही। उसके बाद जब एक दिन मीना बहुत बीमार हो गईं तो उन्होंने मुमताज को अपने घर बुलाया। उस दिन मुमताज दौड़ती हुईं उनके घर पहुंची और मीना ने उन्हें अपने पास बैठाते हुए अपना कार्टर रोड स्थित बंगला उनके नाम कर दिया। यह किस्सा आज भी जब लोगों के बीच उठता है तो लोग मीना की वाहवाही करते नहीं थकते।

मीना कुमारी के पैरों को देखकर फ़िदा हुआ था यह एक्टर- मीना कुमारी खूबसूरती की मिसाल थीं और उनके सामने हर एक्ट्रेस का रंग-रूप फीका है। मीना सिर से लेकर पाँव तक बहुत ही खूबसूरत थीं और जो उन्हें एक बार देख लेता था दिल दे बैठता था। मीना ने अपने करियर में कई स्टार्स के साथ काम किया और उन स्टार्स में से अधिकतर तो मीना की खूबसूरती के दीवाने हो गए। इस लिस्ट में धर्मेंद्र से लेकर राजकुमार तक का नाम शामिल है। एक दौर में मीना कुमारी ने धर्मेंद्र के साथ कई फिल्मों में काम किया था और कहा जाता है उस समय मीना और धर्मेंद्र की बढ़ती नजदीकियों को देखकर कमाल खुश नहीं थे और उन्होंने एक फिल्म में से धर्मेंद्र को निकाल दिया था। धर्मेंद्र को निकालने के बाद कमाल ने उस फिल्म में राजकुमार को लिया लेकिन हुआ कुछ ऐसा कि राजकुमार खुद मीना कुमारी के दीवाने हो गए। फिल्म में ट्रैन में एक सीन शूट करना था और उसी को शूट करने के दौरान राजकुमार ने मीना कुमारी के पैर देखे जिसे देखते ही वह उनकी खूबसूरती पर फ़िदा हो गए। मीना के पैर देखकर राजकुमार उन्हें अपना दिल दे बैठे। उसके बाद कमाल ने फिल्म में मीना और राजकुमार के बहुत ही कम रोमांटिक सीन करवाए।

हलाला का हुईं थीं शिकार- मीना कुमारी ने अपने जीवन में कई तरह के दुःख झेले और उन्ही में शामिल रहा हलाला पहले तो हम आपको बता दें कि हलाला होता क्या है? जी दरअसल अगर कोई पति अपनी पत्नी से दोबारा निकाह करना चाहता है तो उसकी पत्नी को किसी अन्य पुरुष के साथ सोना पड़ता है यह सब होने के बाद ही पति अपनी ही पत्नी से दोबारा निकाह फरमा पाता है ऐसा ही कुछ हुआ था मीना कुमारी के साथ जी दरअसल मीना कुमारी ने मशहूर फिल्मकार कमाल अमरोही के साथ निकाह किया था साल 1951 में दोनों की मुलाक़ात एक फिल्म के सेट पर हुई थी इस मुलाक़ात के बाद दोनों एक-दूजे के करीब आने लगे और उसके बाद दोनों को प्यार हो गया एक साल के अंदर ही दोनों ने निकाल कर लिया यह शादी कमाल अमरोही की तीसरी शादी थी। दोनों करीब 12 साल तक साथ रहे लेकिन फिर अलग हो गए। कहा जाता है दोनों के बीच कोई छोटी सी बात को लेकर झगड़ा हुआ था और उसके बाद कमाल ने मीना को तीन तलाक दे दिया और दोनों अलग हो गए।

कुछ ही समय बाद कमाल को अपनी गलती का अहसास हुआ और उन्होंने मीना को दोबारा पाना चाहा लेकिन उसके लिए मीना को हलाला करना पड़ा। कमाल ने अपने दोस्त और जीनत अमान के पिता अमानउल्लाह खान के साथ मीना का हलाला करवाया और एक महीने बाद दोनों का दोबारा निकाह हुआ। वैसे इस बारे में मीना कुमारी ने लिखा भी था। उन्होंने लिखा था, 'धर्म के नाम पर मुझे दूसरे मर्द को सौंपा गया तो मुझमें और वेश्या में क्या फर्क रह गया।' आप सभी नहीं जानते होंगे कि इस पर एक फिल्म भी बनी है जिसका नाम था निकाह। यह मशहूर निर्माता निर्देशक बी आर चोपड़ा ने साल 1982 में बनाई थी।

डॉक्टर ने दी थी पेग ब्रांडी पीने की सलाह- मीना कुमारी के जीवन में एक समय ऐसा भी आया था जब उनकी तबियत इस कदर खराब हो गई कि डॉक्टर ने उन्हें 1 पेग ब्रांडी पीकर सोने की सलाह दी। मीना की तबियत जब बिगड़ी तो उनके पति उनके साथ नहीं थे और उनका करियर भी नीचे खिसक रहा था। उस दौरान मीना बहुत परेशान भी थीं और इसी के चलते वह 1 पेग ब्रांडी फिर 2 पेग फिर 3 पेग और फिर 4 पेग ब्रांडी पीने लगी। देखते ही देखते उनके पेग की संख्या बढ़ती गई और वह शराब की लती हो गईं। अंतिम समय में तो वह इतनी शराब पीने लगीं कि कुछ कहा ही नहीं जा सकता। मीना का निधन 31 मार्च 1972 को लिवर सिरोसिस के चलते हो गया और जब वह इस दुनिया को छोड़कर गईं तब वह बहुत दर्द में थीं।

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