जयपुर। गुजरात के पटेल आरक्षण आंदोलन की ही तरह राजस्थान में इन दिनों मीणा - मीना विवाद आंदोलन का असर है। जनता आक्रोशित हो उठी है। इस दौरान मीणा समाज के लोगों ने सरकार को जमकर उलाहना दी। अव्यवस्थाओं, हंगामे और पुलिस की मौजूदगी के बीच रैली आयोजित की गई। कर्ताधर्ता विधायक और राष्ट्रीय जनता पार्टी के नेता डाॅ. किरोड़ीलाल मीणा ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि मंत्री रैली में ज्ञापन लेने नहीं पहुंचे। वे दिल्ली में अपने आंदोलन को आयोजित करेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा।
इस संबंध में संसदीय कार्य मंत्री राजेंद्र राठौड़ शिप्रा पथ थाने गए। इस दौरान उन्होंने चर्चा की कि दोनों में से आखिर कौन पहुंचे। राठौड़ रैली में किरोड़ी शिप्रा पथ थाने पहुंचे। किरोड़ी की विधायक पत्नी गोलमा देवी मंत्री थाने पर निमंत्रण करने पहुंची। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन सौंपने की चर्चा भी की गई।
इस दौरान कहा गया कि राज्य सरकार द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिकायत की गई। इस जनसभा में महिलाओं के हाथ में तीर - कमान थे तो दूसरी ओर मीणा समाज ने अपने नेता किरोड़ी सिंह का रक्त से तिलक किया। रैली में राजपा विधायक नवीन पिलानिया और विभिन्न नेताओं द्वारा सरकार को कोसा गया। केंद्र सरकार को पत्र लिखकर दोनों द्वारा सर्कुलर वापस लेने की बात कही गई।
इस दौरान मीणा समाज द्वारा जातिप्रमाणपत्र का लाभ न मिलने और नौकरियों में आरक्षण न मिलने को लेकर सवाल किए गए। रैली के बाद युवाओं द्वारा जमकर हंगामा मचाया गया। इस दौरान वाहन गायब हो गए व घरों में रखे गमलों पर लोगों ने अपना गुस्सा उतारा। इस दौरान रैली में सरकार द्वारा सुरक्षा के इंतजाम किए गए।