यदि आपको अपने शरीर से विषैले तत्व बहार निकलने चाहते है तो आयुर्वेद के अनुसार अगस्त्य पेड़ शरीर से विषैले तत्वों को निकालने का काम करता है। अगस्त्य पेड़ के फूल, फल, पत्ते, जड़ व छाल को रस बनाकर या सब्जी बनाकर खाया जा सकता है। अगस्त्य के पेड़ में आयरन, विटामिन, प्रोटीन, कैल्शियम व कार्बोहाईड्रेट पर्याप्त मात्रा में होते हैं। आइये जानते हैं इससे होने वाले फायदों के बारे में।
पत्ते :- यदि आपको बुखार, कफ, सूजन, फुंसियां, संक्रमण, पेटदर्द, कीड़े व कब्ज जैसे रोगों हो गए है तो आप अगस्त्य पेड़ के पत्तों का 1-2 चम्मच रस 1 चम्मच शहद के साथ लेने से लाभ मिलेगा।
फूल :- इसके फूलो का एक ग्लास रस निकल कर उससे तब तक गर्म करे जब तक वह एक चौथाई न हो जाये। ठंडा करके पिने से ऊपर लिखी बीमारियो में फायदा होगा ।
छाल और जड़ :- यदि आपको भूक नहीं लगती है तो आप इसकी 5-8 ग्राम गीली छाल को कूटकर 1-3 चम्मच शहद मिलाकर काने से भूख लगती है, जुकाम-खांसी व पेट संबंधी रोग मिट जाते है। आपको अधिक बुखार हो तो इसके फलों का 4-5 चम्मच रस गर्म पानी के साथ लेने से बुखार में लाभ होता है। सर्दी में होने वाली बीमारियो में इसकी छाल का कड़ा बना कर पीने से लाभ होता है