लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए रविवार को कुशीनगर में संपन्न हुई मोदी की रैली का विरोध किया इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वांचल के विकास की बात तो कह दी लेकिन अब तक उनका ढाई साल का कार्यकाल हो चुका है और इस कार्यकाल में अभी तक पूर्वांचल के विकास का कोई काम नहीं हुआ है।
उनका कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो वायदे किए हैं वे बहुत हो गए मगर अब वायदों को पूर्ण करने पर ध्यान दिया जाना चाहिए। जनता वायदों को सुन - सुनकर थक गई है। मायावती ने कहा कि उत्तरप्रदेश के विकास की बात तो पीएम मोदी ने बहु त की लेकिन लोगों को नोटबंदी से हो रही परेशानी पर उन्होंने ध्यान नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खाद, फसल बीमा और गन्ना किसानों को फायदा पहुंचाने की बात तो करते रहे लेकिन यह दावे महज कोरे दावे ही हैं। जमीनी तौर पर केंद्र सरकार ठन ठन गोपाल की तरह है। उन्होंने कहा कि यदि इसका विकास करना है तो फिर पूर्वांचल को अलग करना होगा एक अलग राज्य बनने पर इसका विकास तेजी से होगा।
मायावती का जोर था कि पूर्वांचल को अलग राज्य बना दिया जाए। नोटबंदी के मामले में बसपा प्रमुख मायावती का कहना था कि केंद्र सरकार के निर्णय के चलते बीते 19 दिनों में आर्थिक आपातकाल के हालात हैं। लोग परेशान हैं। बैंक खुलते ही लोग कड़ाके की ठंड के बावजूद बैंक परिसर में खड़े रहते हैं। इनमें बुजुर्ग भी शामिल हैं। आखिर लोगों को इस तरह की परेशानियों से कैसे निजात मिलेगी।
उन्होंने सोमवार को अर्थात् आज बुलाए गए भारत बंद का समर्थन करते हुए कहा कि विरोधी दलों द्वारा भारत बंद की जो अपील की गई है उसका सांकेतिक महत्व है। नोटबंदी के कारण भारत पहले ही बंद हो चुका है। इसका देशवासियों पर बड़ा असर हो रहा है।
उनका कहना था कि पूर्वांचल के लोग पीएम मोदी की चिकनी चुपड़ी बातों में आने वाले नहीं हें यहां पर तो लोगों को विकास की बयार देखना है और यदि ऐसा नहीं हुआ तो वे लुभावने वायदों में फंसने वाले नहीं हैं।
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