नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने शुक्रवार को केंद्र सरकार से तीन कृषि कानूनों को संसद के मौजूदा मानसून सत्र में रद्द करने की मांग की है। इसके साथ ही मायावती ने कहा है कि सरकारों को किसानों के प्रति अहंकारी होने की जगह संवेदनशील व उनका हमदर्द होना चाहिए।
किसानों के प्रति सरकारों को अहंकारी ना होकर बल्कि संवेदनशील व हमदर्द होना चाहिए। किन्तु दुःख यह है कि तीन कृषि कानूनों को रद्द करने को लेकर काफी लंबे समय से किसान यहाँ आंदोलित है अब ये जंतरमंतर पर किसान संसद लगाए हैं केन्द्र चालू सत्र में ही इनको रद्द करें। बीएसपी की यह माँग
— Mayawati (@Mayawati) July 23, 2021
बसपा सुप्रीमो ने शुक्रवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा कि, 'किसानों के प्रति सरकारों को अहंकारी ना होकर संवेदनशील व हमदर्द होना चाहिए। किन्तु दुःख यह है कि तीन कृषि कानूनों को रद्द करने को लेकर काफी लंबे समय से किसान यहां आंदोलित हैं। उन्होंने कहा, अब ये किसान जंतर-मंतर पर 'संसद' लगाए हैं, केन्द्र चालू सत्र में ही इन कानूनों को रद्द करे। बसपा की यह मांग।'
बता दें कि बीते आठ महीनों से भीषण सर्दी-गर्मी और बरसात का सामना कर रहे प्रदर्शनकारी किसान तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मांग को लेकर गुरुवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहुंचे थे। जहां से कुछ ही दूरी पर स्थित संसद में मानसून सत्र चल रहा है। किसानों ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग की है।
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