फेसबुक जो कि दुनिया की ऐसी बुक बन गई है जिसके माध्यम से लोग अपने परिवार के, मित्रों के फोटो, वीडियो, विचार और कई अन्य बातें शामिल करके रखते हैं। यही नहीं इसे एक ही समय में कई लोगों को दिखाया भी जा सकता है। अर्थात् अब आपके घर में शादी हो तो किसी को न तो वीडियो कैसेट या सीडी, डीवीडी को वीडियो प्लेयर में लगाने की जरूरत है और न ही फोटो एलबम देखने के लिए उस बड़े से एलबम के फ्री होने का इंतजार करना पड़ता है।
अब तो आलम यह है कि अपना कंप्युटर ओपन कीजिए और फोटो देख लीजिए। यही नहीं आप चाहे तों इंटरनेट पर अपना पेज बनाकर अपनी विशेषता को प्रदर्शित कर सकते हैं। अपना कोई प्रोडक्ट लोकप्रिय कर सकते हैं। एक ही समय में 5 हजार लोगों को जोड़ सकते हैं। और एक ही मैसेज को इन लोगों तक पहुंचा भी सकते हैं।
है न कितनी बढ़िया सुविधा। वैसे फेसबुक को लेकर आपको अधिक जानकारी देने की जरूरत नहीं है। इसे आप एफबी के नाम से जानते हैं। इसे नए आयाम देने और लॉंच करने का श्रेय किसी को जाता है तो वे हैं इसके सीईओ मार्क जुकरबर्ग। जी हां, प्लेन्स न्यूयॉर्क में मार्क जुकरबर्ग का जन्म एक यहूदी परिवार में 14 मई 1984 को हुआ था। केवल 31 वर्ष की आयु में ही जुकरबर्ग दुनियाभर में लोकप्रिय हो गए।
उन्होंने ऐसी सोशल नेटवर्किंग साईट लांच की जो कि विश्व में लोकप्रिय हुई। भारत में तो एफबी के मुरीद युवा बड़े पैमाने पर हैं। विशेषतौर पर संचार उपकरण और खेलों में भागीदारी करने और फिल्प्सि एक्सेटर अकादमी में भाग लेने से पहले वह हाईस्कूल तक ही पढ़ा था। वह शास्त्रीय संगीत को पसंद करता था। उसने संगीत के क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन किया था।
यही नहीं उन्होंने संगीत सुनने और उसे सुनने की आदतों को सीखने के लिए कृत्रिम बुद्धि का उपोग भी करता था। जुकरबर्ग ने वर्ष 2004 को फेसबुक लॉंच किया। मगर भारत में इस दौर में यह इतना लोकप्रिय नहीं था। वर्ष 2006 में इसमें समाचार फीडिंग प्रारंभ हुई और इसी के साथ उसने कई तरह के अपडेशन प्रारंभ किए। अब यहां पर लोग अब कुछ - कुछ अपनी सामग्री की ब्रांडिंग और सेलिंग भी कर पा रहे हैं।