नई दिल्ली : रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर द्वारा 66 वें सेना दिवस के अवसर पर आतंकियों को कमजोर करने की आवश्यकता दर्शाई गई। इस दौरान उनके द्वारा यह कहा गया कि जब तक हमें चोट पहुंचाने वाले को किसी भी तरह के दर्द का अहसास नहीं होता, इस तरह के हमले नहीं रुकेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस तरह की बात का कोई अन्य अर्थ नहीं निकाला जाए। पंजाब के पठानकोट में आतंकी हमला होने के चलते उन्होंने यह बात कही।
रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर द्वारा यह कहा गया कि भारतीय सैनिक के शहीद होने पर दुखी होते हैं। मगर इसके विपरीत उन्होंने जवानों के त्याग और समर्पण पर गर्व भी करना होगा। ऐसा होना चाहिए। चेन्नई में बाढ़ आने को लेकर उन्होंने कहा कि आपदा के इस समय सैनिकों द्वारा राहत के जो कार्य किए गए उनकी प्रशंसा भी रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने की।
उल्लेखनीय है कि पठानकोट में हुए आतंकी हमले की जांच, जांच एजेंसी एनआईए द्वारा की जा रही है। इस मामले में एनआईए और सैन्य दलों द्वारा एक जवान को पकड़ा गया था। क्रिसमस के अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिना किसी तय कार्यक्रम के लाहौर पहुंचे।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ से उन्होंने भेंट की और उन्हें उनके जन्मदिवस की शुभकामनाऐं दीं। उन्होंने भारत की चिंता को ध्यान में रखते हुए हमला होने के बाद उस पर कार्रवाई करने की बात भी कही। उल्लेखनीय है कि आतंकियों के तार पाकिस्तान से जुड़े पाए गए वहीं एक आतंकी का जूता भी पाकिस्तानी कंपनी का ही पाया गया।