चंडीगढ़: आपने किसी मुख्यमंत्री या किसी मंत्री को कभी साइकिल चलाते नहीं देखा होगा, लेकिन हरियाणा की सरकार न केवल साइकिल पर सवार होकर जब सड़कों से गुजरी तो लोग उन्हें आश्चर्य से देखते रहे। दरअसल हरियाणा में पर्यावरण संरक्षण के लिये लोगों को जागरूक करने और स्वास्थ्य के लिये अभियान चलाया जाना है, इसके चलते ही राज्य के मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्रियों व विधायकों ने साइकिल चलाई और विधानसभा तक पहुंचे।
बुधवार को हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र का अंतिम दिन था। इसमें हिस्सा लेने के लिये सीएम मनोहरलाल खट्टर और उनके मंत्रिगण चाहे तो सरकारी वाहनों में भी जा सकते थे, लेकिन उन्होंने साइकिल चलाना इसलिये मुनासीब समझा, ताकि लोगों को यह महसूस न हो सके कि सरकार कथनी और करनी में अंतर करती है। चुंकि लोगों को पर्यावरण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है, इसलिये मुख्यमंत्री तथा उनके मंत्रियों ने साइकिल से विधानसभा तक पहुंचना ही उचित समझा।
जहां-जहां से भी सीएम व मंत्रिगण तथा विधायक आदि गुजरे, वहां-वहां लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया गया। सीएम मनोहरलाल खट्टर के अलावा अन्य कई मंत्रियों तथा विधायकों ने या तो नई साइकिल का उपयोग किया या फिर पुरानी साइकिल को भी चलाने से परहेज नहीं किया, क्योंकि मुख्य उद्देश्य था पर्यावरण संरक्षण को लेकर लोगों को जागरूक करना। विधानसभा परिसर तक साइकिल से पहुंचने वालों में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला भी शामिल थे।
साइकिल रिक्शा भी चलाया-
विधानसभा परिसर तक पहुंचने के लिये मुख्य संसदीय सचिव श्यामसिंह राणा ने रिक्शा चलाया। इनके रिक्शे में कुछ राजनेता और अधिकारी भी बैठे थे। रास्ते भर ये राणा ने रिक्शा खींचा। इधर कांग्रेसी विधायक शकुंतला खटक ने विधानसभा परिसर पहुंचने के लिये बाइक का इस्तेमाल किया।
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