हाल ही में जो अपराध का मामला सामने आया है वह अहमदाबाद का है. इस मामले में बीते सोमवार को गुजरात पुलिस के थाने में बंद एक दलित युवक ने खुदकुशी कर ली. जी हाँ, इस घटना की सीसीटीवी फुटेज सामने आ चुकी है और उसके सामने आने के बाद परिजनों ने यह आरोप लगाया है कि, 'गलत आरोप के तहत उसके बेटे को पकड़ा गया और फिर उसे बेरहमी से पीटा गया जिसके चलते उसने खुदकुशी कर ली.'
इस मामले में अहमदाबाद शहर के कागड़ापीठ पुलिस थाने में जिग्नेश सोलंकी नाम के शख्स ने पुलिस थाने में आत्महत्या कर ली जिसके सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए है. वहीं अब मृतक के परिजनों ने यह आरोप लगाया है कि 'उसे झूठे मामले में गिरफ्तार कर उसे बेरहमी से पीटा गया. पिटाई से त्रस्त होकर उनके बेटे ने खुदकुशी करने का फैसला लिया.' खबरों के मुताबिक़ बीते सोमवार को पुलिस ने जिग्नेश सोलंकी को एक लड़की से साथ छेड़खानी के मामले में पकड़ा था और उसे थाने लेकर गई थी. वहीं उसके बाद उसे रातभर कस्टडी में रखा लेकिन इसी दौरान उसके गले में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. लेकिन परिजनों को यह बात हजम नहीं हो रही है और उनका का आरोप है कि उनके बेटे को पुलिस थाने के बाहर कुछ लोगों ने पीटा था और उसके बाद पुलिस शिकायत के आधार पर उसे थाने ले गई थी और वहां पर भी उनके बेटे के साथ पुलिसकर्मियों ने मारपीट की थी.
इस मामले में पता चला है कि थाने में बंद होने के दौरान परिजन जब उसे टिफिन देने पहुंचे तब उस लड़के ने उनसे कहा था कि, 'पुलिस ने उसके साथ मारपीट की है जिसके बाद इस दलित ने खुद को गले फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.' अब परिजनों का कहना है कि 'जब तक मामले की सच्चाई बाहर नहीं आएगी और मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक वो शव को लेकर नहीं जाएंगे.'
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