मैं खूब रोया बारिशों के साथ
मैं खूब रोया बारिशों के साथ
Share:

कुछ ख़ुशी के साये में और कुछ ग़मों के साथ साथ,
ज़िन्दगी कट ही गयी है उलझनों के साथ साथ !

आज तक उसकी थकन से दुःख रहा है ये बदन,
इक सफ़र मैंने किया था ख्वाहिशों के साथ साथ !

Share:
रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -