नई दिल्ली : महात्मा गांधी के पोते कनुभाई गांधी के वृद्धाश्रम में रहने की बात जब सामने आई तो केंद्रीय मंत्रालय ने इस पर गंभीरता बरती। इस दौरान केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा उनसे मिलने के लिए पहुंचे। यही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनुभाई गांधी से फोन पर चर्चा भी की। इसके पूर्व कनुभाई ने मीडिया के बीच कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उनकी इस हालत को लेकर किसी तरह से संपर्क नहीं किया।
कनुभाई गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी देर तक गुजराती में चर्चा करते रहे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनुभाई और उनकी पत्नी का हालचाल जाना। कनुभाई ने कहा कि वे लोगों की सेवा करना चाहते हैं, लोगों दर्द ले लेना चाहते हैं वे महात्मागांधी से जुड़ी यादों को लेकर कहते हैं कि मैं महात्मा गांधी के सिरहाने बैठा रकता था। वे मेरे सरि पर हाथ रखकर मुस्कुरा देत थे।
उन्होंने अमेरिका का पासपोर्ट और वीजा भी दिखा और कहते हैं कि उनकी पत्नी ने भी बायसोकेकिस्ट्री में पीएचडी की थी। वे बोस्टन में पढ़ाया करती थीं। कनुभाई का कहना है कि वे लोग यहां पर ही रहते हैं। आश्रम के संस्थापक और यहां रहने वालों को वे कहते हैं कि आप बहुत दयालु हैं हमल लोग होम लैस हैं। उन्होंने कहा कि उनकी प्रधानमंत्री से वर्धा के सेवाग्राम में भी भेंट हो चुकी है उन्होंने उन्हें सेवाग्राम के हालात भी दिखाए थे।