सफलता का पर्याय बने धोनी, मिला एक मौका और जीत लिया सारा जहां
सफलता का पर्याय बने धोनी, मिला एक मौका और जीत लिया सारा जहां
Share:

भारत के सबसे सफल कप्तान माही यानि महेंद्र सिंह धोनी आज 7 जुलाई को अपना 34वां जन्मदिन मना रहे हैं. उनके जन्मदिन पर रांची में जश्न का माहौल है. और भला हो भी क्यों न उनके शहर का लाडला क्रिकटर इस बार अपने शहर में ही है और इस बार उनकी जिंदगी में उनकी बेटी जीवा भी आ चुकी है. ऐसे में माही के लिए यह बर्थडे और भी खास है क्यों की वह अपनी बेटी के साथ पहली बार अपना बर्थडे मनाएंगे. इस मोके पर माही के पूर्व कोच चंचल भट्टाचार्य सहित कई क्रिकेटर और सेलेब्स ने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी है.

धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को रांची में हुआ था. धोनी के पिता का नाम पानसिंह व माता का नाम देवकी देवी है. उनका पैतृक गांव उत्तराखंड में है लेकिन बाद में उनके पिता रांची बस गए थे। धोनी के भाई का नाम नरेन्द्र और बहन का नाम जयंती है. धोनी की पत्नी का नाम साक्षी है. धोनी दुनिया के एकलौते ऐसे क्रिकेटर है जिनके नाम लगभग सभी ख़िताब जीतने का रिकॉर्ड है. धोनी ने भारत की और से खेलते हुए 90 टेस्ट मैचों में 4876 रन बनाए है, वहीँ वनडे में धोनी ने 265 मैचों में 8620 रन बनाए है. इसके अलावा t-20 में भी उन्होंने 50 मैचों की 45 परियों में 849 रन बनाए है. धोनी फ़िलहाल टेस्ट से सन्यास ले चुके है.

धोनी ने अपनी कप्तानी में पहले टीम को टी-ट्वेंटी विश्वकप 2007 में भारत को जीत हासिल करवाई फिर टेस्ट और एकदिवसीय में भी भारत को नंबर एक तक पहुंचाया. इसके बाद 2011 का विश्वकप भारत की झोली में डालकर भारत को विश्वचॅम्पियन बनाया, वहीँ इंग्लैंड में हुई चैंपियन ट्रॉफी में भी भारत का परचम लहराकर भारत को ख़िताब दिलवाया. धोनी की कप्तानी में ही भारत ने 2015 के विश्वकप में शानदार प्रदर्शन करते हुए लगातार 7 मैच जीते, लेकिन सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथो हार कर टीम को बाहर होना पड़ा. पिछले दिनों बांग्लादेश से वनडे सीरीज हारने और उपकप्तान कोहली से विवाद की खबरों के बाद जरूर उन्हें आलोचना का शिकार होना पड़ा.

धोनी का टीम इंडिया का कप्तान बनने का सफर भी बड़ा दिलचस्प है. दरअसल 2007 में हुए टी-ट्वेंटी विश्वकप में जब भारत के सीनियर खिलाडियों ने खेलने से मना कर दिया तो चयनकर्ताओं ने टी-ट्वेंटी विश्वकप के धोनी को टीम का कप्तान बनाया. धोनी ने चयनकर्ताओं की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए टीम को पहले टी-ट्वेंटी विश्वकप का ख़िताब दिलवा दिया. बस यही से धोनी की सफलता का सिलसिला शुरू हुआ जो आज तक जारी है.

धोनी और उनकी पत्नी साक्षी की बात करे तो उनका रिश्ता फ़ोन पर बातचीत से शुरू हुआ जो अब तक जारी है. आज दोनों की बेटी भी है. 4 जुलाई 2010 को देहरादून के पास एक रिसॉर्ट में धोनी ने साक्षी रावत के साथ शादी रचाई. ये मामला चट मंगनी पट ब्याह का क्योंकि शादी से एक दिन पहले ही दोनों की सगाई हुई थी.

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -