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जोहानिसबर्ग : दक्षिण अफ्रीका में महात्मा गांधी ने अपनी युवावस्था के दो दशक से अधिक समय बिताया है, लेकिन उसी देश के शहर जोहानिसबर्ग के मध्य में स्थित उनकी प्रतिमा पर कुछ शरारती तत्वों ने सफेद पेंट फेंक कर उनका अपमान किया है। पेंट फेंकने वाले शरारती तत्वों ने महात्मा गांधी के ख़िलाफ़ नस्लीय टिप्पणियां भी कीं। महात्मा गांधी 1893 में दक्षिण अफ्रीका गए थे।
वह 1903 में जोहानिसबर्ग चले गए थे और 1914 तक वहां रुके।
गांधी जी जब जोहानिसबर्ग में थे, तो उन्होंने वहां लॉ की प्रैक्टिस की थी। इसी वजह से इस जगह का नामकरण गांधी जी के नाम पर किया गया है। दक्षिण अफ्रीका में यह घटना उसी दिन हुई, जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जर्मनी के हैनोवर में गांधी प्रतिमा का अनावरण कर रहे थे। बताया गया है कि कुछ लोग कार में बैठकर आए और उन्होंने बाल्टी में रखा सफेद पेंट गांधी की प्रतिमा पर उड़ेल दिया।
गार्ड के मुताबिक इस दौरान वे 'नस्लभेदी गांधी को गिरना ही चाहिए' नारे लगा रहे थे। इन लोगों ने अफ्रीकन नैशनल कांग्रेस (एएनसी) की टोपी पहनी हुई थी। वे कह रहे थे कि उन्हें न रोका जाए, क्योंकि गांधी एक नस्लभेदी इंसान थे। हालांकि एएनसी के प्रवक्ता ने इस घटना की निंदा की है और कहा कि उनके कार्यकर्ता इस घटना में शामिल नहीं थे।